जंगली हाथियों के उत्पात में 10 घरों को नुकसान
- घटना बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के तेलीपाड़ा चाय बागान इलाके की है, वन विभाग के खिलाफ श्रमि
- घटना बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के तेलीपाड़ा चाय बागान इलाके की है, वन विभाग के खिलाफ श्रमिकों में रोष संवाद सूत्र, बानरहाट: भोजन की तलाश में फिर एक बार चार हाथियों का एक दल ने उत्पात मचाकर 10 मकानों को तोड़ दिया। यह घटना सोमवार देर रात को बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के अंर्तगत तेलीपाड़ा चाय बागान के कुर्मा लाइन इलाके की है। घटना के बाद से ही इलाके के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। इसके अलावा हाथी के हमले की जानकारी देने के बाद भी वनकर्मियों के मौके पर न पहुंचने से लोगों में वन विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार देर रात को चार हाथियों का दल भोजन की तलाश में रेती जंगल से निकलकर बिन्नागुड़ी चाय बागान के श्रमिक मोहल्ले में घुस गया। यहां श्रमिक छोट्टो उराव, पंचम उराव, मनोज कुजुर, प्रकाश उराव, नागा कुजुर, भगवान लाकड़ा, छवि लाल उराव, संचम उराव, श्याम उराव और भगवान उराव के घर तोड़ दिया। इसके बाद बागान के श्रमिकों की चिल्लाने की आवाज सुनकर हाथी वापस रेती के जंगल में घुस गया। अब फिर से हाथी के आक्रमण को लेकर श्रमिकों को आतंक का माहौल बना हुआ है। स्थानीय प्रदीप उराव, बबिता कुजुर ने आरोप लगाया कि इलाके में हाथियों का हमला लगभग प्रतिदिन ही हो रहा है। कुछ ही दूरी पर होने के बावजूद बिन्नागुड़ी वन विभाग से वनकर्मी नहीं आते हैं। बारिश के मौसम में हाथियों का उत्पात और अधिक बढ़ जाता है। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि मंगलवार दोपहर 12 बजने के बाद भी वन विभाग की तरफ से कोई हालचाल नहीं पूछा गया।
बिन्नागुड़ी चाय बागान के सीनियर मैनेजर रथीन गांगुली ने कहा कि जंगली हाथियों के लगातार हो रहे आक्रमण से सभी सहमे हुए हैं। बारिश के समय जब सभी सो रहे होते हैं तभी हाथी रिहायसी इलाकों में घुसकर उत्पात मचाते हैं। इससे रोकने के लिए वन विभाग को जंगली जानवरों के लिए उचित भोजन की व्यवस्था करनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो भविष्य में हालात और अधिक भयावह हो सकती है। नुकसान का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है।
जलपाईगुड़ी जिले के वाईल्ड लाइफ सीमा चौधरी ने कहा कि हाथी रेती के जंगल से निकलकर सेना छावनी में घुस गया था। यहां से भगाने के बाद हाथी रिहायसी इलाके में घुस गया। इस बारे में सेना छावनी के अधिकारियों से बात की जाएगी। अगर हाथी सेना छावनी में घुसे तो तुरंत वन विभाग को सूचना देनी की बात कही जाएगी। पीड़ित परिवार को वन विभाग के नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि गत सप्ताह भी बिन्नागुड़ी चाय बागान इलाके में हाथी के हमले में 11 घरों को नुकसान हुआ था।