फंड में पैसे के अभाव के चलते छोड़ा बागान
फंड में पैसा न होने के कारण ही ग्रासमोड़ बागान प्रबंधन बागान छोड़ कर चला गया।
By Edited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 09:05 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 09:07 PM (IST)
संवाद सूत्र, नागराकाटा: फंड में पैसा न होने के कारण ही श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। अशांति की संभावना के चलते प्रबंधन बिना किसी नोटिस के ही बागान नहीं पहुंचे। उक्त बातों को लेकर एक चिट्ठी बुधवार को ग्रासमोड़ चाय बागान प्रबंधन की ओर से मालबाजार सहकारी श्रम कमिश्नर को दी गई है। साथ ही 18 तारीख को बुलाई गई बैठक टालने की मांग की गई है। इसका मतलब साफ है कि 18 को होने वाली त्रिपक्षीय बैठक में ग्रासमोड़ चाय बागान से कोई उपस्थित नहीं होंगे। मालबाजार सहकारी श्रम कमिश्नर आर्थर होड़ो ने कहा कि ग्रासमोड़ चाय प्रबंधन की ओर से चिट्ठी मिली है। जिसमें बैठक में शामिल न होने की बात कही गई है। कमिश्नर ने कहा कि आगामी 18 तारीख को होने वाली बैठक में मालिक पक्ष नहीं भी आते हैं तो श्रमिक पक्ष से बात की जाएगी। गौरतलब है कि मंगलवार को ग्रासमोड़ चाय बागान के श्रमिकों को मजदूरी के रुपये भुगतान किए बगैर प्रबंधन गायब हो गए थे। मंगलवार की सुबह काम पर गए बागान श्रमिकों ने देखा था कि संचालक नहीं है। इसके बाद श्रमिकों का आक्रोश फूट पड़ा। सभी चाय श्रमिक एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। नागराकाटा के निकट 31सी राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे ग्रासमोड़ चाय बागान में श्रमिक व कर्मचारियों की संख्या एक हजार 217 है। बागान की आबादी पांच हजार से ज्यादा है। ऐसे में बागान अगर कुछ दिनों के लिए बंद हो गई तो स्थिति जटिल होने की संभावना है।
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