बीडीओ व बीएलएलआरओ पर बालू माफिया का हमला, दो गिरफ्तार
- चामूर्ची के सुकृति एवं खानाभर्ती नदी में अवैध रूप से बालू पत्थर खनन की मिल रही थी शिकायत -
- चामूर्ची के सुकृति एवं खानाभर्ती नदी में अवैध रूप से बालू पत्थर खनन की मिल रही थी शिकायत
- बीडीओ ने कहा : हाल ही प्रशासन बैठक में सीएम ने बालू माफिया पर कार्रवाई करने का दिया था निर्देश
जेएनएन, चामूर्ची/धुपगुड़ी: चामूर्ची के सुकृति नदी में बालू पत्थर माफियाओं को रोकने के लिए अभियान चलाते समय धूपगुड़ी प्रखंड के बीडीओ एवं बीएलएलआरओ अधिकारी को शारारिक रूप से प्रताड़ित करने के साथ हमला किए जाने का आरोप है। शुक्रवार दोपहर एक बजे घटी इस घटना से जुड़े मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर बानरहाट थाना ले आई।
गौरतलब है कि चामूर्ची के सुकृति एवं खानाभर्ती नदी में अवैध रूप से बालू पत्थर खनन का कार्य कई दिनों से चल रहा है। जिला प्रशासन के निर्देश एवं बानरहाट पुलिस की सहायता से प्रखंड के बीडीओ एवं भूमि भूमि राजस्व अधिकारी ने विशेष अभियान चलाकर बालू माफियाओं के खिलाफ जुर्माना लगाते हुए कार्रवाई की। इसी दौरान उनके ऊपर शारीरिक प्रताड़ित करने के साथ हमला चलाने का आरोप भी उनलोगों ने लगाया। वही धूपगुड़ी प्रखंड के बीडीओ एवं बीएलएलआरओ द्वारा इस विषय को लेकर बानरहाट थाना में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है। बीडीओ शखदीप दास ने बताया मुख्यमंत्री के प्रशासनिक बैठक में अवैध रूप से बालू पत्थर माफियाओं के खिलाफ नकेल करने का निर्देश दिया गया है। इसी के तहत लगातार प्रशासनिक स्तर पर इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है। इस दिन इसी अभियान के दौरान उन्हें मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना एवं हमले का शिकार होना पड़ा। जिस जगह लीज नहीं दी गई थी वहीं से गाड़ी से बालू एवं पत्थर उठा रहे थे। उन्हें देखकर कई गाड़ी भूटान की सीमा के तरफ भाग खड़े हुए। बीएलएलआरओ प्रसनजीत भट्टाचार्य ने बताया बालू पत्थर के लिए राजस्व एवं रॉयल्टी जमा करनी पड़ती है। लेकिन अधिकाश वाहन बिना रायल्टी के ही बालू पत्थर उठाते हैं। इस दिन अभियान चलाते समय वे लोग किसी तरह बानरहाट थाना के पुलिस के सहयोग से बचने में सफल रहे। बानरहाट थाना की आईसी समीर देवसा ने बताया लिखित आरोप इस विषय में उन्हें मिला है एवं इसकी जाच की जा रही है। वही जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक मोदी ने बताया कि इस घटना में दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस बारे में विधायिका एवं तृणमूल काग्रेस नेत्री मिताली रॉय ने बताया कि यह घटना काफी निंदनीय है। घटना से जुड़ा कोई भी हो यदि उसने गलत कार्य किया है तो उसकी सजा मिलनी चाहिए। वही आरोपी के भाई ने बताया यह घटना पूरी तरह से बेबुनियाद है। प्रशासनिक अधिकारी के ऊपर किसी प्रकार की शारीरिक उत्पीड़न एवं हमला नहीं किया गया है।