लॉकडाउन में हाथी-तेंदुए ने मचाया तांडव
कैचवर्ड समस्या -तीन साल के भीतर पांच बार हाथी का हमला नहीं मिली क्षतिपूर्ति -तेंदुए के हमल
कैचवर्ड: समस्या
-तीन साल के भीतर पांच बार हाथी का हमला, नहीं मिली क्षतिपूर्ति
-तेंदुए के हमले से दो घायल
-दंतैल हाथी ने पश्चिम डामडिम इलाके में पांच घरों को किया क्षतिग्रस्त
जेएनएन,नागराकाटा/मालबाजार:नागराकाटा के बामनडांगा चाय बागान में हाथी के तांडव से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। हाथी ने रविवार रात को एक दुकान पर हमला किया। साथ ही एक घर में घुसकर जमा किया हुआ चावल आदि खाद्य सामग्री खा गया। साथ ही गोदाम लाइन में भी हाथी ने तांडव मचाया। कोरोना के साथ-साथ हाथी के आंतक ने लोगों की आंखों की नींद छीन ली है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी ने सबसे पहले किशोर घोष के घर में घुसा, उसके बाद नेपाल बरूआ के फैक्ट्री लाइन स्थित उसके दुकान पर हमला किया। व्यवसायी ने बताया कि तीन साल के भीतर मेरे घर में पांच बार हाथी ने हमला किया है। लेकिन वन विभाग से किसी तरह की क्षतिपूर्ति हमें नहीं मिली। साथ ही बागान के मैनेजर के बंग्ला के सामने बागान के गोदाम में भी हाथी चला गया। स्थानीय लोगों ने पटाखा फोड़ कर हाथी को भगाने का प्रयास किया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी को डायना जंगल में भेज दिया गया है।
दूसरी ओर मालबाजार में भी दंतैल हाथी ने तांडव मचाया। रविवार देर रात को माल ब्लॉक के डामडिम ग्राम पंचायत के अधीन पश्चिम डामडिम इलाके में हाथी ने तांडव मचाया और पांच घरों को क्षतिग्रस्त किया। इसे लेकर स्थानीय लोगों को काफी समस्या हो रही है।
गोरूमारा वन विभाग के अधीन मालबाजार स्क्वाड के वार्डन विभूतिभूषण दास ने बताया कि हम हाथियों की गतिविधियों पर नजरदारी कर रहें है। इस संबंध में उदलाबाड़ी नेचर एंड एडवेंचर सोसायटी के नफेसर अली ने बताया कि एक ओर लोग कोरोना से जूझ रहें है, दूसरी ओर हाथियों का आंतक है। मानव और वन प्राणी दोनों के अस्तित्व को बचाना हमारा धर्म है।
मालबाजार में सोमवार को हाथी के साथ-साथ तेंदुए ने भी खूब उपद्रव मचाया। माल ब्लॉक के कुमलाई ग्राम पंचायत के नेउरा माछुआ धुरा इलाके में एक प्रोजेक्ट चाय बागान में अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया। इसके कारण बासंती राय(35) व अनुज महतो(14)घायल हो गए। हमला करके तेंदुए भाग गया। लोगों ने बताया कि तेंदुए लोगों पर आक्रमण तो करता ही है, हमारा पशु धन भी खा जाता है। अक्सर मुर्गी, बकरी आदि पशुओं का वह शिकार करता है। बाद में वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
कैप्शन : क्षतिग्रस्त घर