देवपाड़ा चाय बागान छोड़कर चले गए मालिक
संवाद सूत्र बानरहाट डुआर्स के बानरहाट स्थित देवपाड़ा चाय बागान बंद हो गया। श्रमिकों द्वारा द
संवाद सूत्र बानरहाट: डुआर्स के बानरहाट स्थित देवपाड़ा चाय बागान बंद हो गया। श्रमिकों द्वारा दो वक्त काम नहीं करने के कारण उत्पादन व बागान को नुकसान हो रहा था। इसी कारण मालिक ने बुधवार रात को बंद का नोटिस लगाकर बागान छोड़ दिया। अचानक चाय बागान बंद होने से 1176 श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं। मालिक पक्ष के आरोपों पर चाय श्रमिकों ने कहा कि नियमानुसार शरद ऋतु के अंत में नए पत्ते निकलने के बाद फिर से काम शुरू होने पर श्रमिक एक वक्त ही काम करते हैं। होली के बाद श्रमिक दो वक्त का काम शुरू करते हैं। लेकिन बागान प्रबंधक होली से पहले ही दो वक्त काम करने के लिए दबाव बना रहे थे। इसे लेकर मंगलवार को श्रमिक व मालिक पक्षों के बीच बैठक हुई। इसमें फैसला हुआ कि होली के दूसरे दिन से श्रमिक दो वक्त का काम करेंगे। श्रमिकों ने यह भी आरोप लगाया कि कई बार उनलोगों का बकाया मिटाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार मालिक बागान छोड़कर चले गए। वहीं बागान प्रबंधक की माने तो गत वर्ष श्रम विभाग में हुए समझौते के अनुसार श्रमिक 1 मार्च से दो वक्त का काम नहीं कर रहे हैं। इससे उत्पादन व बागान को नुकसान हो रहा है। इसके अलावा प्रतिदिन आंदोलन व गेट मीटिंग से मालिकों में भय का माहौल बना हुआ था। उक्त कारणों से ही मजबूरन उनलोगों को बागान छोड़क जाना पड़ा। इधर, अचानक बागान छोड़कर चले जाने से श्रमिक संगठनों में काफी आक्रोश है। इस बारे में धुपगुड़ी के बीडीअ शंघदीप दास ने कहा कि देवपाड़ा चाय बागान बंद होने की सूचना मिली है। समस्या के समाधान को लेकर श्रम विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी।