जिला परिषद के इंजीनियर ने जर्जर ब्रिज का किया निरीक्षण
-पाबंदी के बावजूद ब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही से बढ़ा खतरा - संवाद सूत्र, नागराक
-पाबंदी के बावजूद ब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही से बढ़ा खतरा
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संवाद सूत्र, नागराकाटा: माझेरहाट ब्रिज हादसे के बाद से ही राज्य सरकार सतर्क हो चुकी है। इसके बाद ही कई ब्रिज को खतरे के दायरे में रखा गया है। डुवार्स व आसपास के इलाकों में भी कुछ ब्रिज काफी जर्जर व पुराना हो चुका है। प्रशासन की ओर से ब्रिजों का निरीक्षण किया जा रहा है। इस क्रम में गुरुवार को जलपाईगुड़ी जिला परिषद के इंजीनियर सुदर्शन साहा ने मेटली बाजार स्थित श्मशान कालीबाड़ी के पास बने जर्जर ब्रिज का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला परिषद के सदस्य आश्रिता लाकड़ा मुंडा, पूर्व विधायक जोसफ मुंडा समेत अन्य मौजूद थे। इसी ब्रिज से प्रतिदिन चिलनी, नागेश्वरी, जुरंती, इन्गु चाय बागान के लोग व छात्र-छात्राएं आवाजाही करते हैं। चायपत्तियों की गाड़ियां भी ब्रिज से यातायात करते हैं। बीडीओ की ओर से ब्रिज से भारी वाहनों के आवाजाही पर पहले ही पाबंदी लगा दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहन ब्रिज से ही गुजरती है। समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद भी इंजीनियर ब्रिज निरीक्षण के लिए पहुंचे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 25 वर्ष पहले लोहे की पीलर देकर ब्रिज का निर्माण कराया गया था। लेकिन इसके बाद से कभी ब्रिज का मरम्मत नहीं कराया गया। वर्तमान समय में ब्रिज काफी बदहाल स्थिति में है। ब्रिज कभी भी टूट कर गिर सकता है। अगर जल्द कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है। जिला परिषद के सदस्य आश्रिता लाकड़ा ने कहा कि जर्जर ब्रिज मरम्मत के लिए जिला परिषद के इंजीनियर को कहा गया है। इस दिन इंजीनियर ने ब्रिज का निरीक्षण कर जल्द मरम्मत करने का आश्वासन दिया है। पूर्व विधायक जोसेफ मुंडा ने कहा कि ब्रिज की अवस्था काफी खराब है। मरम्मत की मांग की गई है।