फोरलेन के लिए किसान जमीन देने को हुए तैयार
- राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबंधन के अधिकारियों ने किया जमीन का सर्वे संवादसूत्र धुपगुड़ी फोरल
- राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबंधन के अधिकारियों ने किया जमीन का सर्वे
संवादसूत्र, धुपगुड़ी : फोरलेन के लिए आखिरकार किसान अपनी खेती की जमीन देने को तैयार हो गए। इसके बाद इतने दिनों से चल रहे जमीन विवाद का मामला निपट जाने के बाद हाइवे का काम शुरू होगा। गौरतलब है कि धुपगुड़ी के झुमूर इलाके से बारघरिया होकर कॉलेज तक करीब सात किलोमीटर सड़क का काम जमीन विवाद को लेकर लटका हुआ था। अंत में किसानों ने अपनी जमीन देने को तैयार हो गए। इसलिए रविवार को हाइवे प्राधिकरण के अधिकारी ने राजमार्ग का सर्वे किया।
इलाके के कृषक दुर्गादास रक्षित ने कहा कि हमलोगों को जो समस्या थी, वह दूर हो गई है। आज से राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबंधन ने सड़क के सर्वे का काम शुरू कर दिया। करीब 80 फीसदी रास्ता किसानों के जमीन के उपर से होकर जाएगी। जमीन के एवज में हमलोगों को जो राशि मिलेगी, उसे खुश है। इलाके के विकास के लिए सड़क हो, यह सभी चाहते है।
इधर राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबंधन के तकनीकि प्रबंधक प्रद्युत दासगुप्ता ने कहा कि जमीन विवाद को लेकर काफी दिनों से काम रूका हुआ था। वर्तमान में जमीन को लेकर सर्वे का काम शुरू हो गया है। सर्वे सहित सड़क का प्राथमिक काम करने में थोड़ा समय लगेगा। इसके बाद एजेंसी के माध्यम से काम शुरू होते ही दो से ढाई सालों काम पूरा हो जाएगा। इस पहले कृषि जमीन रक्षा कमेटी ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था। जारी आंदोलन के बीच पर्यटन मंत्री गौतम देव एवं जिलाधिकारी ने किसानों के साथ बैठक की। उसके बाद भी समाधान नहीं निकला। अंत में रविवार को मामले का निपटारा हो गया।