लुकसान के 11 पंचायत सदस्यों ने तृणमूल छोड़ी
- पंचायत प्रधान पर लगाया असहयोग करने और विरोधियों के साथ मिलकर काम करने का आरोप
- पंचायत प्रधान पर लगाया असहयोग करने और विरोधियों के साथ मिलकर काम करने का आरोप संवाद सूत्र, नागराकाटा: पत्रकार वार्ता कर लुकसान ग्राम पंचायत के 11 पंचायत सदस्यों ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की। शनिवार को इलाके के पंचायत सदस्य काजी पांडे के लुकसान के घर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उक्त ऐलान किया गया। पंचायत सदस्यों ने पार्टी छोड़ने का कारण पंचायत प्रधान मनोज मुंडा के असहयोग को बताया है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि लग रहा है माकपा और भाजपा मिलकर बोर्ड चला रहे हैं। वहीं पंचायत प्रधान मनोज मुंडा ने उक्त आरोपों को गलत और निराधार बताया है।
इस दिन पत्रकार वार्ता के दौरान तृणमूल के पूर्व अंचल अध्यक्ष और पंचायत सदस्य काजी पांडे ने कहा कि प्रधान तृणमूल का होकर भी भाजपा और माकपा को लेकर काम कर रह हैं। तृणमूल के पंचायत सदस्यों को कोई महत्व ही नहीं दिया जा रहा है। उनलोगों को काम भी नहीं दिया जाता है। इस बारे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी बताया गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फलस्वरूप उनलोगों ने एक साथ पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है। फिलहाल किस पार्टी में जाएंगे इसका खुलासा नहीं कर रहे हैं। एक अन्य पंचायत सदस्य उत्तम बरुआ ने कहा कि बोर्ड में अनैतिक तरीके से काम किया जा रहा है। पार्टी के आदर्शो के खिलाफ काम हो रहा है। जिनके खिलाफ तृणमूल की लड़ाई है, उसी को साथ लेकर काम किया जा रहा है। इस प्रकार नहीं चल सकता है।
वहीं लुकसान ग्राम पंचायत के प्रधान मनोज मुंडा ने उक्त सभी आरोपों को गलत बताया है। काम हुआ है या नहीं, ये मुंह से नहीं सरकारी कागजातों से प्रमाण किया जाएगा। प्रधान का पद सभी के लिए है। जो अभी उनका विरोध कर रहे हैं, वह प्रधान बनने के समय भी उनका विरोध कर रहे थे। पंचायत सदस्य काजी पांडे के इलाके में ही 27 लाख काम किया गया है। तृणमूल जलापाईगुड़ी जिला कमेटी के प्रवक्ता दुलाल देवनाथ ने कहा कि व्यक्तिगत नाराजगी हो सकती है। जल्द ही पंचायत सदस्यों और प्रधान से बात की जाएगी।