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जंगली हाथियों ने उत्पात मचाकर तोड़े चार घर

- पिछले एक सप्ताह में 22 घरों को नुकसान वन कर्मियों पर लापरवाही का आरोप संवाद सू˜

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 04:15 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 06:43 AM (IST)
जंगली हाथियों ने उत्पात मचाकर तोड़े चार घर
जंगली हाथियों ने उत्पात मचाकर तोड़े चार घर

- पिछले एक सप्ताह में 22 घरों को नुकसान, वन कर्मियों पर लापरवाही का आरोप

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संवाद सूत्र, नागराकाटा: बंद रेंड बैंक चाय बागान में फिर एक बार हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। बीते मंगलवार को चाय बागान के सालबंदी डिवीजन के श्रमिक लाइन में हाथियों ने उत्पात मचाकर चार घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पिछले एक सप्ताह में हाथियों ने 22 घरों को तोड़ दिया है। बुधवार शाम को चाय बागान इलाके में हाथियों का विशाल झुंड देखने को मिला। लगातार हो रहे हाथियों के उत्पात से बागान के श्रमिकों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

जानकारी के अनुसार रेड बैंकचाय बागान के सेक्शन नंबर 3 और 4 के बीच करीब 30 से 35 हाथियों का विशाल झुड डेरा जमाए हुए हैं। जिसे जंगल की ओर भेजने के लिए बिन्नागुड़ी वाइल्ड लाइफ के वनकर्मियों ने काफी प्रयास किया।

बुधवार तड़के हाथियों का एक झुंड डायना जंगल से बागान में प्रवेश करता है। इसके बाद ही सालबंदी डिवीजन स्थित गंगा राम उरांव, सेटेपीन उराव, विजय उराव, और संचरवा उराव के घरों पर हमला करते हुए घर में रखे अनाज को नष्ट कर दिया। श्रमिकों ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि श्रमिक लाइन में हाथी के प्रवेश करने की सूचना देने के बाद भी वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। क्षतिग्रस्त परिवार की ही सदस्य प्रमिला उराव ने बताया कि प्रतिदिन हाथी इस तरह चाय उत्पात मचा रहे हैं। इस बार जब हाथी ने हमला किया, तब परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे। हाथी के हमले में घर की दीवार पूरी तरह से टूट चुकी है। उनलोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। चाय बागान बंद होने के बावजूद मुश्किल से घर बनाकर किसी तरह जीवन काट रहे थे, जिसे हाथी ने तोड़कर बर्बाद कर दिया। उन्होंने वन विभाग से घर मरम्मत कराने की मांग की है।

स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य अमित साबर ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर हाथियों ने 22 घरों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने क्षतिग्रस्त परिवार के घर मरम्मत के लिए आवेदन कर दिया है। साथ लगातार हो रहे हाथियों के उत्पात को रोकने के लिए वन विभाग से जरूरी कदम उठाए जाने की मांग की गई है। डायना रेंज के रेंजर शुभेंदू दास ने पीड़ितों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा देने की बात कही है। इसके अलावा वनकर्मियों द्वारा लगातार गश्त लगाए जाने का आश्वासन दिया गया है।


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