ठगी के आरोपी को सीआइडी ने ट्रांजिट रिमांड पर लिया
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : रेलवे में नौकरी के नाम पर युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : रेलवे में नौकरी के नाम पर युवकों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी युवक अलोक सेन (42) को मंगलवार को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत को सात दिनों के लिए ट्रांजिट रिमांड में असम भेजने का निर्देश दिया। इससे पहले असम की सीआइडी टीम ने आरोपी अलोक सेन को ट्रांजिट रिमांड में लेने के लिए अदालत को पत्र लिखा था जिसे अदालत से मंजूर कर लिया। आरोपी के खिलाफ असम में शिक्षित बेरोजगार युवक-युवती से रेलवे में नौकरी का झांसा देकर लाखों रूपए ठगने का आरोप है।
गौरतलब है कि असम राज्य की सीआइडी टीम ने एनजेपी पुलिस के सहयोग से बागराभीठा से सोमवार को उसके घर से गिरफ्तार किया था। आरोपी स्वयं को भाजपा का नेता भी बताता था। दलीय सूत्रों के अनुसार वह डाबग्राम फुलबाड़ी विधानसभा केन्द्र के दलीय पर्यवेक्षक के रूप में दायित्व संभाल रहा था। मुख्य रूप से आलोक सेन का घर आसाम में था। पिछले 18-20 सालों से वह बोकराभिठा इलाके में रह रहा था। घटनाक्रम के अनुसार असम के कामरुप में रेलवे में भर्ती के नाम पर वहां के युवकों ने आरोपी अलोक सेन को 7 से 15 लाख रुपये तक दिए थे। दर्ज मामले में ठगी की रकम करीब 77 लाख रुपये से ज्यादा है। नौकरी के नाम पर वह लगातार युवकों को झांसा देता रहा। युवाओं ने नौकरी नहीं मिलने पर इसकी शिकायत वहां के थाने में की। नौकरी के नाम पर झांसा देने का मामला लाखों रुपये का होने से इसकी जांच सीआइडी को सौंप दी गई। सीआइडी ने उन फोन नंबरों की जांच की जिससे वह नौकरी के उम्मीदवारों को आज कल का बहाना बनाता था। जांच के दौरान असम सीआइडी टीम को पता चला कि वह युवक एनजेपी के आसपास रह रहा है। उसी के आधार पर पुलिस एनजेपी पहुंची। एनजेपी में उसने स्थानीय पुलिस से संपर्क स्थापित किया। सोमवार को एनजेपी आउटपोस्ट की पुलिस ने जांच में सहयोग करते हुए आरोपी को बागराभीट्ठा से गिरफ्तार किया। उसने पुलिस और सीआइडी के सामने स्वीकार किया है कि उसी ने नौकरी के नाम पर युवाओं को ठगा है।
इधर जलपाईगुड़ी जिला भाजपा के महासचिव सुकदेव सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि घटना की खबर मिलने के बाद पार्टी ने अलोक सेन को निष्कासित कर दिया।