विफलताओं से सबक लेकर आगे बढ़ने की जरूरत
बेनाचिति सीएमइआरआइ में तीन दिवसीय आíटफिशयल इंटेलिजेंस विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला किया ग
बेनाचिति : सीएमइआरआइ में तीन दिवसीय आíटफिशयल इंटेलिजेंस विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला किया गया। उद्घाटन निदेशक प्रो. डॉ. हरीश हिरानी ने किया। जहां मुख्य रूप से बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान के प्रो. बी. गुरुमूíत मौजूद थे। जिसमें राष्ट्र के 13 संस्थानों के 13 संकाय ने हिस्सा लिया। प्रथम दिन प्रो. हरीश हिरानी ने कहा कि एआइ की मुख्य विशेषताएं रियल-टाइम डेटा एनालिसिस, प्रिडिक्टिव डिसीजन-मेकिग और मैमथ वॉल्यूम ऑफ डेटा माइनिग हैं। चूंकि औद्योगिक क्रांति की अगली पीढ़ी मुख्य रूप से डेटा-संचालित विश्लेषण पर केंद्रित है। इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि इस राष्ट्र के पास कार्य करने के लिए ज्ञान का एक ध्वनि डेटाबेस है। हम भारतीयों को अपनी विफलताओं से सबक लेकर वृद्धिशील प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए और इस तरह एक व्यापक ज्ञान डोमेन की ओर लगातार लक्ष्य रखना चाहिए। हिरानी ने कहा कि सीएमइआरआइ गहन अध्ययन की दिशा में प्रयास करता है। प्रोफेसर बी. गुरुमूíत ने भी आíटफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व के बारे में विस्तार से बताया।