विधायक जितेंद्र के कार्यालय पर तोड़फोड़ कर जमाया कब्जा, ब्लॉक अध्यक्ष बोले-तृकां कार्यालय ही रहेगा
पाण्डेश्वर के हरिपुर स्थित विधायक कार्यालय की घटना। तृकां के सदस्य या जिलाध्क्ष के पद से इस्तीफा नहीं दिया था। विधायक का आरोप कोलकाता के नेताओं के इशारे पर हुआ हमला। दफ्तर में तोड़फोड़ की पार्टी का कब्जा जमाया। नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा-बोर्ड पुराना था इसलिए हटाया गया।
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : एक तरफ पाण्डेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल नगर निगम के प्रशासक पद से इस्तीफा दिया। जिसकी सूचना मिलने के बाद ही दोपहर के समय अराजक तत्वों ने पाण्डेश्वर के हरिपुर स्थित विधायक जितेंद्र तिवारी के कार्यालय पर ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती के नेतृत्व में कब्जा किया गया। वहां लगे बोर्ड समेत अन्य सामानों को तोड़ दिया गया एवं विधायक कार्यालय को पाण्डेश्वर विधानसभा तृकां कार्यालय के रूप में बदल दिया। विधायक कई दिनों से पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपनाएं हुए थे।
उस बीच ही उनके विधायक कार्यालय पर हमला
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समस्याओं को सुनने के लिए उन्हें कोलकाता में बुलाया था। इस बीच दोपहर के समय उन्होंने आसनसोल नगर निगम के प्रशासक पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि तृकां के सदस्य या जिलाध्क्ष के पद से इस्तीफा नहीं दिया था। उस बीच ही उनके विधायक कार्यालय पर हमला हुआ।
दफ्तर में तोड़फोड़ की, पार्टी का कब्जा जमाया
जितेंद्र तिवारी ने कहा कि मैं आसनसोल के लिए आवाज उठाया था, काम नहीं करने दिया जा रहा था, इस कारण प्रशासक का पद छोड़ा था। उसके एक घंटा के अंदर मेरे विधायक कार्यालय पर हमला किया गया। वह पार्टी कार्यालय नहीं, विधायक कार्यालय था। वहां तोड़फोड़ की गई, पार्टी का कब्जा जमाया गया।
बोर्ड पुराना था, इसलिए हटाया गया : चक्रवर्ती
कोलकाता के नेताओं के इशारे पर यह किया गया, मैं तो अराजक तत्वों से लड़ नहीं सकता। एकतरफ बातचीत जारी रखना एवं ऐसा हथकंडा एक साथ नहीं चल सकता। नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि बोर्ड पुराना हो गया था, इस कारण उसे हटाया गया है, नया बोर्ड लगेगा। यह तृकां कार्यालय रहेगा।