भाषा को सम्मान देकर ही बना सकते सांप्रदायिक सौहार्द
जागरण संवाददाता आसनसोल अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर शुक्रवार को आसनसोल में जगह- जगह कार्यक्रम आयोजित कर भाषा के लिए शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। आसनसोल नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आलोचना हॉल में शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
जागरण संवाददाता, आसनसोल: अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर शुक्रवार को आसनसोल में जगह- जगह कार्यक्रम आयोजित कर भाषा के लिए शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। आसनसोल नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आलोचना हॉल में शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर मेयर परिषद सदस्य अभिजीत घटक ने कहा कि हम एक दूसरे की मातृभाषा का सम्मान देकर ही सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बना सकते है। कहा कि कोई भी भाषा हो हमें उनका सम्मान करना चाहिए।
मौके पर चेयरमैन अमर चटर्जी, मेयर परिषद सदस्य मीर हाशिम, पार्षद अल्पना बनर्जी, पार्षद तापस कवि के अलावा हिदी अकादमी, उर्दू अकादमी और बांग्ला अकादमी के पदाधिकारीगण उपस्थित थे। वहीं पश्चिम बर्द्धमान स्टूडेंट लाइब्रेरी कॉडिनेशन की ओर से उषाग्राम स्थित हिदी भवन में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया।
बर्नपुर: बर्नपुर हीरापुर स्थित विजय पाल मेमोरियल बीएड एवं पीएन दास अकादमी डीएल एड कॉलेज की ओर से मातृभाषा दिवस पर शहीद वेदी पर कॉलेज के विद्यार्थी सहित समस्त शिक्षकों ने माल्यार्पण कर भाषा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के सचिव सुप्रियो दास, बीएड के प्राचार्य डॉ. दीपक कुमार सरकार, डीएलएड के प्राचार्य प्रोफेसर सुमित्रा कर्मकार आदि ने दीप प्रज्वलित कर की। प्राचार्य डॉ. सरकार ने मातृभाषा दिवस के ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा की बांग्लादेश में मातृभाषा की रक्षा करने के लिए कई लोग शहीद हुए थे, उन्हें शहीदों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ही मातृभाषा दिवस का पालन किया जाता है। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मातृभाषा गीत प्रस्तुत किया गया। इस दौरान कॉलेज के प्रोफेसरों में डॉ. राहुल सहाना, संजीव महतो, डॉ. अनवर फातिमा, सोवन दुआरी, राजकुमार दत्ता, राजेश साधुका, वसिम खान, पार्थो प्रतिम पाखिरा, प्रियरंजन दास, सुदीप्ता मुखर्जी, सुनंदा चटर्जी, मौमिता बेरा, एनाक्क्षी दत्ता आदि मौजूद थी।