मनरेगा में फंड की कोई कमी नहीं
दुर्गापुर : बंगाल के छह जिलों में मनरेगा योजना के कार्यों की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय टीम मनरेग
दुर्गापुर : बंगाल के छह जिलों में मनरेगा योजना के कार्यों की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय टीम मनरेगा की संयुक्त आयुक्त अपराजिता सारंगी के नेतृत्व में दुर्गापुर पहुंचा। जहां टीम ने मनरेगा कार्यों की समीक्षा की। पहले दिन टीम गलसी के इको पार्क को देखने गई। इसे मनरेगा योजना के तहत तैयार किया गया। उसके बाद संध्या समय दुर्गापुर के एक होटल सभागार में मनरेगा के कार्य को लेकर इंटर एक्सचेंज कार्यक्रम हुआ। इसमें बंगाल के छह जिलों पश्चिम वर्द्धमान, पूर्व वर्द्धमान, वीरभूम, बांकुड़ा, पुरूलिया, मेदिनीपुर के जिलाशासक व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार समेत नौ राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
मौके पर अपराजिता सारंगी ने कहा कि मनरेगा योजना में फंड की कोई कमी नहीं है। मनरेगा का फंड दो चरण में दिया जाता है। पहले चरण में 85 फीसद राशि का भुगतान समय पर हो जाता है। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में व्यापक पैमाने पर सुधार का काम चल रहा है। 1.29 लाख बैंक योजना से जुड़े हुए हैं। इसके और भी काफी बदलाव होना है। पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम को लागू किया जा रहा है। वहीं इस तरह के एक्सचेंज प्रोग्राम से काफी कुछ जानने का मौका मिलता है। यह टीम बारह जनवरी तक बंगाल में रहकर विभिन्न इलाकों में मनरेगा के कार्य की समीक्षा करेगी। बुधवार को यह टीम अंडाल, दुर्गापुर-फरीदपुर, रानीगंज ब्लॉक आदि का दौरा करेगी। मौके पर जिला शासक शशांक सेठी, अनुराग श्रीवास्तव, मौमिता बसु राय, पी मोहन गांधी के अलावा कई जिला शासक मौजूद थे।