अशांत दुर्गापुर को शांत करना चुनौती
दुर्गापुर दुर्गापुर शहर में पिछले कुछ माह से अशांति देखने को मिल रही है। इसका नतीजा ह
दुर्गापुर : दुर्गापुर शहर में पिछले कुछ माह से अशांति देखने को मिल रही है। इसका नतीजा है कि कभी बमबाजी हो रही है तो कभी गोली चल रही है। यहां तक की पुलिस पर भी हमला हो रहा है। कई बार राजनीतिक अशांति सामने आ रही है। अशांत दुर्गापुर शहर को शांत करना पुलिस के समक्ष बड़ी चुनौती बनी हुई है। ऐसे समय में दुर्गापुर के पुलिस उपायुक्त का दायित्व अभिषेक गुप्ता को दिया गया है।
शहर को शांत करने में उन्हें कितनी सफलता मिलती है यह तो आने वाले समय में पता चलेगा। लेकिन दुर्गापुर के लोगों को नए पुलिस उपायुक्त से बहुत उम्मीद है।
नए पुलिस आयुक्त के दायित्व संभालने के बाद भी 12 नंबर वार्ड के कांडेश्वर इलाके में कई ताजा बम बरामद होने की घटना हुई, बरामद बम को पुलिस ने निष्क्रिय किया। उसके बाद बुधवार की देर संध्या पार्षद पर जानलेवा हमला हुआ। उसके पहले तीन जून को बेनाचिति बाजार पर पुलिस पर हमला हुआ, जिसमें पुलिस के एएसआइ एवं सिविक जवान जख्मी हुए। इसके अलावा आठ जून को दो गुट में मारपीट हुई, जिसे लेकर ए-जोन फाड़ी पुलिस पर हमला किया गया, जहां बमबाजी भी की गई। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस छोड़ना पड़ा। नौ जून को आमराई गांव में दो गुटों के आपसी विवाद में बमबाजी की घटना हुई है। जिससे वहां अशांति देखने को मिली। इसके पहले भी आमराई गांव में कई बार अशांति हुई है। इसके अलावा दुर्गापुर शहर से हटकर लावदोहा के पाटसौरा गांव में 17 जून को छापेमारी करने गई पुलिस पर हमला हुआ। इसमें सर्किल इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी एवं एएसआइ जख्मी हुए। इसके अलावा तृकां व भाजपा में राजनीतिक झड़प लगी हुई है। चुनाव नतीजा आने के बाद आठ नंबर वार्ड के तृकां पार्टी कार्यालय पर हमला की घटना हुई। बार-बार हो रही अशांति को लेकर तृकां एवं भाजपा की ओर से एक-दूसरे पर लगाया जा रहा है। तृकां नेता उत्तम मुखर्जी का कहना है कि भाजपा के उकसाने पर अशांति हो रही है। भाजपा नेता दुर्गापुर को अशांत करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा नेता अमिताभ बनर्जी का कहना है कि किसी भी अशांति में हमारे दल के लोग शामिल नहीं है। कभी तृकां के लोग हमलोगों पर हमला कर रहे हैं। कभी उनके अंदरुनी विवाद में अशांति हो रही है। पुलिस द्वारा निष्पक्ष रूप से काम नहीं करने के कारण भी अशांति हो रही है। हालांकि पुलिस की ओर से हर मामले में कार्रवाई भी हो रही है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं देखने को मिल रहा है।