कोटा से 1700 छात्र बंगाल लौटे, आसनसोल-दुर्गापुर से घर भेजा गया, दीदी को दिया धन्यवाद
बंगाल के कई छात्र राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन में फंस गए थे। राज्य सरकार के प्रयास से उन्हें वापस बंगाल लाया गया।
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : बंगाल के कई छात्र राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन में फंस गए थे। राज्य सरकार के प्रयास से उन्हें वापस बंगाल लाया गया। दक्षिण बंगाल के 13 जिलों के छात्रों और उनके अभिभावकों को दर्जनों बस से लाया जा रहा है। पश्चिम बर्द्धमान जिले के आसनसोल के निघा और दुर्गापुर के बासकोपा में दो जगह उन्हें रखा जा रहा है। जहां से उन्हें उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई है। शुक्रवार की दोपहर से बसों का आसनसोल और दुर्गापुर पहुंचना शुरू हुआ। दुर्गापुर में छात्रों और उनके परिजनों के रहने की व्यवस्था की गई। जहां से कोलकाता, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हुगली, नदिया, वीरभूम, बांकुड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया आदि जिला विशेष बस से भेजा गया। जहां उनके स्वास्थ्य के जांच के साथ-साथ टिफिन, खाने के प्रबंध किया गया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी व्यवस्था में जुटे रहे।
मौके पर डीएम पूर्णेन्दु माझी, पुलिस कमिश्नर सुकेश जैन, पुलिस उपायुक्त अभिषेक गुप्ता, एसडीएम अनिर्वाण कोले, आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी, दुर्गापुर के मेयर दिलीप अगस्ती समेत अन्य अधिकारी पहुंचे। पुलिस आयुक्त सुकेश जैन ने कहा कि तकरीबन 1700 छात्रों और उनके अभिभावकों को लाया जा रहा है। यहां से 13 जिलों में उन्हें भेजा जाएगा, यहां रहने और आराम करने की व्यवस्था की गई है।
जितेंद्र तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री का मातृ हृदय है, आज यह देख कर लोगों को अनुभव हुआ। आसनसोल-दुर्गापुर में चार जगह उन्हें उतारा जा रहा है। जहां से उन्हें घर भेजा जाएगा। एसडीएम अनिर्वाण कोले ने कहा कि सरकार की ओर से उन्हें लाने की व्यवस्था की गई है, जिन्हें मास्क और सेनिटाइजर भी दिया जा रहा है। यहां से विशेष बस से उन्हें उनके घर भेजा जाएगा। बैरकपुर निवासी सपना विश्वास भी तीन रात की यात्रा कर दुर्गापुर पहुंची, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से ही हमलोग यहां लौटे है। एक माह से राजस्थान के कोटा में फंसे हुए थे। दीदी को बहुत-बहुत धन्यवाद।