पुलिस व माकपाइयों में विवाद
जागरण संवाददाता दुर्गापुर माकपा के दुर्गापुर नगर निगम (डीएमसी) अभियान के दौरान अशांति क
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : माकपा के दुर्गापुर नगर निगम (डीएमसी) अभियान के दौरान अशांति की घटना हुई। जहां पुलिस व माकपाइयों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। कई बार ऐसी स्थिति धरना स्थल पर उत्पन्न हुई। जिसे नियंत्रित करने में पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत माकपा के चार महिला कार्यकर्ताओं समेत आधा दर्जन जख्मी हो गए। माकपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल के उकसाने पर पुलिस ने घटना को अंजाम दिया, जबकि तृणमूल ने आरोप को गलत बताया है।
माकपा की ओर से एक माह पहले डीएमसी अभियान की घोषणा हुई थी, जिसके तहत 50 किलोमीटर की पदयात्रा हुई थी। जिसके बाद शहर के लोगों को पर्याप्त पानी की आपूर्ति, बस्ती में जल का नल लगाने, रास्ते पर लाइट लगाने, निकासी व्यवस्था को उन्नत करने, सभी के लिए आवास योजना में धांधली बंद करने, सरकारी जमीन से अवैध कब्जा वाले लोगों को हटाने समेत 18 मांगों को लेकर बुधवार को डीएमसी का घेराव किया गया। बुधवार दोहपर अभियान के लिए सिटी सेंटर सिनेमा हाल से जुलूस निकाला गया एवं कार्यकर्ता डीएमसी पहुंचे। डीएमसी पहुंचते ही माकपाइयों को वहां पुलिस की ओर से बाधा देने का आरोप लगाया गया। जिसका विरोध करने पर पुलिस के साथ विवाद हुआ। पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई, जिसमें माकपा की तीन महिला कार्यकर्ता माधुरी दास, सुप्रिया दत्ता, मीना रजक के अलावा संजीव दे एवं संजय रूईदास जख्मी हुए। वहीं पुलिस के एक अधिकारी भी जख्मी हुए। माकपाई डीएमसी के सामने बैठ गए थे, उन्हें मंच के पास भेजा गया। इस दरम्यान कई बार पुलिस के साथ विवाद हुआ। जबकि पुलिस का कहना है कि पुलिस की ओर से बैरीकेड दिया गया था। जुलूस में शामिल लोगों ने बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की, जिसमें बाधा दी गई। जिसे लेकर ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हुई, पुलिस मामले की जांच कर रही है। माकपा के जिला सचिव मंडली के सदस्य पंकज राय सरकार ने कहा कि हमलोगों का शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा था। तृणमूल के इशारे पर काम करते हुए पुलिस ने बाधा दी। मौके पर जिला सचिव गौरांग चटर्जी, विधायक संतोष देवराय, राकेश शर्मा समेत अन्य मौजूद थे।
तृणमूल व भाजपा के कारण दुर्गापुर हो रहा नष्ट : दुर्गापुर शहर में वाममोर्चा के शासनकाल में उद्योग धंधा से लेकर खेल के मैदान बनाया गया है। सुहट्टा माल बना। लेकिन तृणमूल दस वर्षों से बोर्ड में है एवं एक भी चीज नहीं बनाई। वर्ष 2017 में वोट लूट कर तृणमूल ने बोर्ड बनाया, लेकिन शहर के लोगों को बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल रही है। हमलोगों की उचित मांग का कोई जवाब उनके पास नहीं है। इस कारण मंगलवार रात से ही पुलिस हमलोगों के अभियान में बाधा देने की कोशिश कर रही है।
मेयर के कमरे के सामने चस्पा दिया मांग पत्र : दुर्गापुर के मेयर दिलीप अगस्ती ने कुछ दिनों पहले इस्तीफा दे दिया, अब तक किसी को मेयर का दायित्व नहीं दिया गया है। माकपाई मेयर को ही ज्ञापन देने आए थे, उनके न रहने पर मेयर के कमरे के सामने मांग पत्र को चस्पा दिया।