भाजपा सरकार बनते ही बदलेगी बंगाल की किस्मत, जानें योगी आदित्यनाथ की बंगाल रैली की खास बातें
त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर बंगाल के मालदा जिला अन्तर्गत गाजोल कॉलेज मैदान में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह को संबोधित किया। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि बंगाल में मुझे विकास नहीं दिखा।
जेएनएन, सिलीगुड़ी : बंगाल में भाजपा की सरकार बनते ही बंगाल की किस्मत बदल जाएगी। कभी देश को नेतृत्व देने वाला बंगाल आज कहां है। सत्ता के संरक्षण में अपराध और आतंकवाद देश की सुरक्षा के लिए चुनौती बन गया है। उक्त बातें मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर बंगाल के मालदा जिला अन्तर्गत गाजोल कॉलेज मैदान में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि बंगाल में मुझे विकास नहीं दिखा। केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं किया जा रहा हैै क्यों? गांवों में कोई पक्का घर नहीं, जब कि उत्तर प्रदेश में हमने गांवों की सूरत बदल दी है। विधानसभा चुनाव में जनता यह सवाल जरूर पूछेगी। इसका जवाब दीदी को देना होगा। उन्होंने जय श्री राम की हुंकार भरते हुए कहा कि जो करेगा राम के नाम का विरोध उसका राम नाम सत्य तय। इस दौरान पूरा सभा स्थल 'जय-जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
योगी आदित्यनाथ ने जय श्री राम को लेकर भी सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल के अंदर जय श्री राम के नारों को प्रतिबंधित करने का काम हो रहा है, लेकिन याद रखें कि भारत की जनता राम के बगैर कोई काम नहीं करती है। जब आपस में मिलते हैं तो राम राम कहते हैं, घर में कोई काम होता है तो राम नाम का जप होता है और जब किसी की अंतिम यात्रा निकलती है तो राम नाम सत्य है के साथ ही इस यात्रा को आगे बढ़ाया जाता है। राम के बगैर भारत का कोई काम ही नहीं है, जो राम द्रोही हैं उनका भी भारत और बंगाल में कोई काम नहीं।
सीएम योगी ने कहा कि मैं टीएमसी सरकार से पूछना चाहता हूं कि बंगाल के अंदर अराजकता पैदा करने वाले लोगों के साथ आपका कौन सा गठबंधन है? ये आत्मघाती कदम बंगाल की धरती से क्यों उठाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि जो राम का विरोध करता है उसका राम-नाम सत्य होना तय है। सीएम योगी ने राज्य की ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल शक्ति की पूजा के लिए जाना जाता है। मगर अब यहां दुर्गापूजा पर पाबंदी लगाई जाती है। गोवंश की हत्या होती है। राम का नाम नहीं लेने दिया जाता है। जब देश के अंदर स्वाधीनता की अलख जगानी थी तो बंकिम चंद चटर्जी ने इसी धरती से आह्वान किया था। लेकिन आज जब बंगाल की बदहाली को हम देखते हैं तो पूरे देश को पीड़ा होती है। हम बंगाल को तुष्टीकरण की भेंट नहीं चढऩे देंगे।
योगी आदित्यनाथ ने गौ हत्या का जिक्र करते हुए कहा इसे रोकने के लिए हम बहुत सख्त हैं। उत्तर प्रदेश में कोई गौ वध नहीं कर सकता। हमारी सरकार 2017 में आई थी और आते ही 24 घंटे के भीतर उत्तर प्रदेश में अवैध स्लॉटर हाउस व गौ तस्करी बंद करा दी। पश्चिम बंगाल में भी सरकार बनने के 24 घंटे के अंदर ये सब बंद करवा देंगे। उत्तर प्रदेश में पिछले चार सालों में कोई दंगा नहीं हुआ। अगर उत्तर प्रदेश में दुर्गा पूजा हो सकती है तो बंगाल में क्यों नहीं हो सकती है। जब मुहर्रम और दुर्गा पूजा के विसर्जन का समय एक साथ था, तब यहां की सरकार ने मुह्र्रम की इजाजत दी, लेकिन दुर्गा पूजा विसर्जन की तिथि बदलवा दी। योगी ने कहा कि, यहां पर गौ तस्करों को पनाह दी जाती है। ये भारत की आस्था के साथ खिलवाड़ है। बंगाल की धरती ने भारत की सांस्कृतिक धरती के रूप में अपनी पहचान बनाई है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। उनका ये वक्तव्य कोई सांप्रदायिक वक्तव्य नहीं था। स्वामी विवेकानंद की इस परंपरा को मैं प्रणाम करता हूं।
उत्तर प्रदेश में जान की भीख मांग रहे अपराधी
योगी ने कहा कि बंगाल की धरती को हम अराजकता की धरती नहीं बनने देंगे। अगले कुछ माह में परिवर्तन जमीन पर दिखाई देगा। यूपी में जो लोग पहले गुंडागर्दी करते थे, वो आज अपनी गलियों में तख्तियां लेकर घूम रहे हैं कि रहम कर दो। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं को गुंडों ने बेरहमी से पीटा जाता है। बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद महिला असुरक्षित है। योगी ने लव जिहाद को लेकर कहा कि बंगाल के अंदर छल छद्म और धोखे से लव जिहाद की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। हम लोगों ने यूपी में कानून बना दिया, लेकिन बंगाल के अंदर तुष्टीकरण की राजनीति है, तभी यहां की सरकार न तो गौ तस्करी को रोक पा रही है और न ही लव जिहाद को। इन घातक गतिविधियों का दुष्परिणाम आने वाले समय में बहुत खतरनाक होगा। यूपी एंसेफलाइटिस से मुक्त हो गया है।
योगी ने सभास्थल पर मौजूद लोगों से आह्वïान किया कि 2 मई को बंगाल में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दीवाली उत्सव मनाएं साथ ही मौजूद लोगों से एक बार फिर जयश्रीराम का उद्घोष कराया।