पश्चिम बंगाल: अदालत ने ममता पर हमले के 30 साल पुराने मामले में गवाहों से जिरह बंद की
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगभग तीन दशक पहले हुए हमले के मामले में शहर की एक अदालत ने गवाहों से जिरह बंद कर दी।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगभग तीन दशक पहले हुए हमले के मामले में शहर की एक अदालत ने गवाहों से जिरह बंद कर दी। अलीपुर अदालत के छठे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर जिरह के लिए बनर्जी को बुलाया था। मुख्यमंत्री सुरक्षा कारणों से अदालत के सामने पेश नहीं हो सकती थी और बचाव पक्ष के वकीलों द्वारा जिरह के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था नहीं की जा सकी।
गौरतलब है कि 16 अगस्त,1990 को बनर्जी पर एक जबदस्त हमला किया गया था जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। वह कई दिन तक इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती रही थी। वह उस समय युवा कांग्रेस की नेता थीं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगभग तीन दशक पहले हुए हमले के मामले में शहर की एक अदालत ने बुधवार को गवाहों से जिरह बंद कर दी। अलीपुर अदालत के छठे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर जिरह के लिए बनर्जी को बुलाया था। मुख्यमंत्री सुरक्षा कारणों से अदालत के सामने पेश नहीं हो सकती थी और बचाव पक्ष के वकीलों द्वारा जिरह के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था नहीं की जा सकी।