क्रिकेट के बहाने पीएम मोदी की सभा में अड़ंगा लगाने की तृणमूल की कोशिश
लोगों को आपस में जोड़़नेवाले खेल क्रिकेट का उपयोग अब किसी काम में बाधा डालने के लिए भी किया जा रहा है। इसकी जानकारी के लिए पढ़िए पूरी खबर...।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 11:04 AM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 11:04 AM (IST)
जलपाईगुड़ी [जागरण संवाददाता]। प. बंगाल की ममता सरकार द्वारा अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आठ फरवरी को मयनागुड़ी के चूड़ाभंडार में होनेवाली सभा में क्रिकेट के बहाने अड़ंगा लगाने की कोशिश की जा रही है। इसको लेकर भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग भी तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि जिस स्थान का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के लिए किया गया है, उस स्थान पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से पांच से 15 फरवरी तक मैत्री क्रिकेट टूर्नामेंट कराने का पहले से कार्यक्रम तय है। इसकी अनुमति भी प्रशासन ने दी है।
तृणमूल कांग्रेस के मयनागुड़ी एक नंबर ब्लॉक के अध्यक्ष मनोज राय ने कहा कि चूड़ाभंडार के इस स्थल पर मैत्री क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करने की तृणमूल ने पहले ही योजना बनाई थी। लोकसभा चुनाव के पूर्व खेल के माध्यम से मैत्रीपूर्ण माहौल बनाने के लिए यह पहल की गई है। इसके लिए प्रशासन से अनुमति भी ली जा चुकी है। स्थानीय खिलाड़ी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। वहां पर प्रधानमंत्री की सभा होने का सवाल ही नहीं उठता। भाजपा उस स्थान पर कैसे सभा करती है, देखते हैं। उस कृषि भूमि पर सभा करने की स्थिति ही नहीं है। इलाके में सभी तृणमूल समर्थक हैं। भाजपा को सभा की अनुमति कैसे मिली, उन्हें जानकारी नहीं।
इधर, भाजपा महासचिव राजू बनर्जी ने कहा कि आठ फरवरी को टूर्नामेंट आयोजन के पीछे तृणमूल के किसी दादा का हाथ है। अगर यह कृषि भूमि है तो मुख्यमंत्री कैसे क्रिकेट का आयोजन कर सकती हैं। दरअसल तृणमूल भाजपा से डर गई है। डर कर ही तृणमूल की ओर से प्रधानमंत्री और अमित शाह की सभा में लगातार अड़ंगा करने की कोशिश की जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस के मयनागुड़ी एक नंबर ब्लॉक के अध्यक्ष मनोज राय ने कहा कि चूड़ाभंडार के इस स्थल पर मैत्री क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करने की तृणमूल ने पहले ही योजना बनाई थी। लोकसभा चुनाव के पूर्व खेल के माध्यम से मैत्रीपूर्ण माहौल बनाने के लिए यह पहल की गई है। इसके लिए प्रशासन से अनुमति भी ली जा चुकी है। स्थानीय खिलाड़ी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। वहां पर प्रधानमंत्री की सभा होने का सवाल ही नहीं उठता। भाजपा उस स्थान पर कैसे सभा करती है, देखते हैं। उस कृषि भूमि पर सभा करने की स्थिति ही नहीं है। इलाके में सभी तृणमूल समर्थक हैं। भाजपा को सभा की अनुमति कैसे मिली, उन्हें जानकारी नहीं।
इधर, भाजपा महासचिव राजू बनर्जी ने कहा कि आठ फरवरी को टूर्नामेंट आयोजन के पीछे तृणमूल के किसी दादा का हाथ है। अगर यह कृषि भूमि है तो मुख्यमंत्री कैसे क्रिकेट का आयोजन कर सकती हैं। दरअसल तृणमूल भाजपा से डर गई है। डर कर ही तृणमूल की ओर से प्रधानमंत्री और अमित शाह की सभा में लगातार अड़ंगा करने की कोशिश की जा रही है।
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