Move to Jagran APP

कटिहार में रेलवे के किचन में खाना बनाने व पैकिंग को ट्रेनों में लाइव देख सकेंगे यात्री

खाना किसी भी स्टेशन पर बन रहा हो, आप किसी भी ट्रेन में हो, लेकिन वह आपके सामने होगा। खाना बनाने तथा पैकिंग के लाइव देखने की व्यवस्था की गई है। शुरुआत एनएफ रेलवे ने कटिहार से की है।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 10:01 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 10:01 AM (IST)
कटिहार में रेलवे के किचन में खाना बनाने व पैकिंग को ट्रेनों में लाइव देख सकेंगे यात्री
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। रेलवे में मिलने वाले खाने को लेकर हर कई सशंकित रहता है। अब ऐसा  नहीं होगा। आप किसी भी ट्रेन में हों, कही भी हों, स्टेशनों पर बने बेस किचन में खाना बनाने व उसकी पैकिंग को लाइव देख सकते हैं। एनएफ रेलवे ने इसकी शुरुआत कटिहार जंक्शन पर स्थित बेस किचन से की है।
 ट्रेनों में भोजन की गुणवत्ता को लेकर हर कोई जानना चाहता है कि जो भोजन उन्हें दिया जा रहा है, वह कैसे तैयार होता है। यात्रियों की इस शिकायत को दूर करने का प्रयास एनएफ रेलवे ने किया है। इस संदेह को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे खान-पान व पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) ने सीसी फुटेज का उपयोग करके भारतीय रेलवे के मानक संचालन प्रक्रिया में विसंगतियों का पता लगाने के लिए एक कृत्रिम मॉड्यूल विकसित किया था। इससे यात्रियों को हर समय लाइव स्ट्रीम किचन प्रदान किया जाता है। इसके माध्यम से ट्रेनों में भोजन कैसे बनाया जाता है तथा कैसे पैक किया जाता है, देखा जा सकता है।
कटिहार का बेस किचन एनएफ रेलवे का पहला ऐसा बेस किचन बन गया है, जहां लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई है। कटिहार बेस किचन राजधानी समेत अन्य ट्रेनों में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करता है। फिलहाल एनएफ रेलवे में खाद्य पदार्थों के आपूर्ति के लिए कटिहार, एनजेपी, न्यू कूचबिहार, गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ में पांच बेस किचन हैं। जल्द ही ऐसे सभी बेस किचन में लाइव स्ट्रीमिंग शुरू करने की योजना है।
एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस तरह की लाइव स्ट्रीमिंग की समीक्षा हाल ही में रेलमंत्री पीयूष गोयल ने की थी। यह कदम ट्रेनों में मुहैया कराए जाने वाले भोजन व अन्य खाद्य सामग्रियों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने में सहायक होगा।
इसे वोबॉट नामक एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता व विजन कंप्यूटिंक कंपनी के सहयोग से विकसित किया गया था। इसमें यदि कोई समस्या कैप्चर की जाती है तो एक टिकट तथा एक ईमेल स्वत: उत्पन्न हो जाएगा। यहां तक आइआरसीटीसी पोर्टल के माध्यम से सभी को अलर्ट भेजा जता है। बेस किचन में ऑनलाइन प्लेटफार्म में दी गई रिपोर्ट के माध्यम से मॉनिटर किया जा सकता है तथा देखा जा सकता है। 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.