Move to Jagran APP

जैविक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण देना आवश्यक

सिक्किम में जैविक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। ताकि किसान इसकी वैज्ञानित तरीके से खेती कर सकें।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 07:07 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 07:07 PM (IST)
जैविक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण देना आवश्यक
जैविक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण देना आवश्यक

कैचवर्ड : मिट्टी दिवस

loksabha election banner

-कृषि अनुसंधान केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में योजनाओं के बारे में कृषि सचिव ने दी गई जानकारी

-जैविक बीज उत्पादन के लिए विशेष योजना लागू

जागरण संवाददाता, गंगटोक : विभिन्न दलों के प्रजातियों का जैविक बीज उत्पादन के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र ने विशेष योजना आरंभ की है।

शुक्रवार को मिट्टी दिवस के अवसर पर शहर के तादोंग स्थित केंद्र के सभागार में आयोजित विशेष कार्यक्रम में कृषि सचिव रिंजिंग सी भूटिया ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन करते हुए सिक्किम में जैविक खेती राज्य का मान्यता प्राप्त होने के बाद यहा के स्थानीय बीजों का संरक्षण करने के लिए विशेष योजना आरंभ की है। लेकिन भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र के मदद ली है। उन्होंने भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम लगातार आयोजन करने तथा कृषकों को तकनीकी मदद देने के प्रति भी प्रतिबद्धता जाहिर की। इस अवसर पर कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक वीणा कुमारी राई ने कृषि विभाग व केंद्र आपसी समझदारी के साथ कई कार्यक्रमों को संयुक्त रूप से करने तथा कृषकों को लगातार प्रशिक्षण देने की जानकारी दी। इस अवसर पर केंद्र के संयुक्त निदेशक डा. आरके अवस्थी व कार्यक्रम संयोजक डा. चंदन कपूर ने कृषकों को पावर प्वाइंट पेश किए। इस मौके पर 60 कृषकों भी उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.