जिसकी थी इलाके में दहशत वह मामूली शिकार के लालच में खुद फंस गया पिंजरे में
वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में आखिरकार तेंदुआ फंस ही गया। नागराकाटा के मेटली ब्लॉक के आसपास इसकी काफी दहशत थी। इसके हमले में हाल ही में दो लोग घायल हुए थे।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 11:27 AM (IST)Updated: Wed, 28 Nov 2018 11:27 AM (IST)
नागराकाटा [संवादसूत्र]। जलपाईगुड़ी जिले में नागराकाटा के पास मेटली ब्लॉक के बड़ादिघी चाय बागान इलाके में वन विभाग द्वारा रखे गए पिंजरे में तेंदुआ के फंस जाने स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने गत शनिवार की रात ही बागान के 15 नंबर सेक्शन में पिंजरा लगाया था।
पिंजरे में तेंदुआ कैद होने की सूचना पाकर स्थानीय लोग उसे देखने के लिए उमड़ पड़े। सूचना पाकर बड़ादिघी बीट ऑफिस के वनकर्मी भी मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद खुनिया स्क्वॉयड के वनकर्मी पिंजरे के साथ तेंदुआ को ले गए। बीट ऑफिसर किनू सरकार ने कहा कि तेंदुए को चापरामारी जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
गौरतलब है कि लाटागुड़ी जंगल के पास होने के कारण इलाके में हमेशा ही तेंदुए का आना-जाना लगा रहता है। कुछ दिन पहले ही तेंदुए के हमले दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद बागान प्रबंधन की ओर से इलाके में पिंजरे लगाने की मांग को ध्यान में रखकर वन विभाग की ओर से पिंजरा लगाया गया था।
पिंजरे में तेंदुआ कैद होने की सूचना पाकर स्थानीय लोग उसे देखने के लिए उमड़ पड़े। सूचना पाकर बड़ादिघी बीट ऑफिस के वनकर्मी भी मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद खुनिया स्क्वॉयड के वनकर्मी पिंजरे के साथ तेंदुआ को ले गए। बीट ऑफिसर किनू सरकार ने कहा कि तेंदुए को चापरामारी जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
गौरतलब है कि लाटागुड़ी जंगल के पास होने के कारण इलाके में हमेशा ही तेंदुए का आना-जाना लगा रहता है। कुछ दिन पहले ही तेंदुए के हमले दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद बागान प्रबंधन की ओर से इलाके में पिंजरे लगाने की मांग को ध्यान में रखकर वन विभाग की ओर से पिंजरा लगाया गया था।
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