आग का शिकार जहाज डूब रहा, जहाज पर लदे कंटेनरों में भरे हैं रासायनिक पदार्थ, प्रदूषण बनी चुनौती
बंगाल की खाड़ी में पिछले दिनों अग्निकांड के शिकार हुए वाणिज्यिक जहाज एसएसएल कोलकाता धीरे-धीरे डूब रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की खाड़ी में पिछले दिनों अग्निकांड के शिकार हुए वाणिज्यिक जहाज एसएसएल कोलकाता धीरे-धीरे डूब रहा है। उससे समुद्र में फैलने वाले प्रदूषण को रोकना पोर्ट ट्रस्ट व कोस्ट गार्ड के लिए चुनौती बन गई है। क्योंकि, जहाज पर लदे कंटेनरों में रासायनिक पदार्थ भरे हुए हैं जिसे डूबने के बाद उक्त तरल पदार्थो व जहाज में मौजूद तेल के समुद्र के जल में मिलने की आशंका बढ़ गई है।
उल्लेखनीय है कि 13 जून को यह जहाज आंध्र प्रदेश के कृष्णापट्टनम से रासायनिक द्रव्य लेकर हल्दिया की ओर आ रहा था। जहाज के गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही हल्दिया से 60 नॉटिकल माइल दूर बंगाल की खाड़ी में एक कंटेनर में विस्फोट के बाद भयावह आग लग गई।
हादसे के बाद जहाज पर मौजूद 22 क्रू मेंबर को सुरक्षित निकाल लिया गया था। कई दिनों तक आग जलती रही थी। बाद में वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से आग को बुझाया गया। इस बीच मानसून के सक्रिय होने से समुद्र में ज्वार बढ़ने से एसएसएल कोलकाता के डूबने की आशंका उत्पन्न हो गई है। जहाज के डूबने से तेल के पानी में मिलने की संभावना को देखते हुए कोस्ट गार्ड फोर्स समाधान की कोशिश कर रही है।
इसके मद्देनजर विभिन्न वोट व जहाज के जरिए एसएसएल कोलकाता पर नजर रखी जा रही है। कोस्ट गार्ड के अनुसार जहाज के तेल को पानी में मिलने से बचाने तथा प्रदूषण न फैले इसकी हर संभव कोशिश की जा रही है। इस स्थिति में ल्यूक हेरीयर वेसेल को एसएसएल कोलकाता के नजदीक भेजा गया है। इसके अलावा क्रेनवाही एक विशेष जहाज तथा मल्टी कैट एमसीएस एलाय-2 भेजा गया है। परिस्थिति को देखते हुए कोस्ट गार्ड की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कोस्ट गार्ड के अनुसार जहाज के भीतर से ज्वलनशील तेल एवं रासायनिक कन्टेनर बाहर करने का काम अब तक सिंगापुर एवं नीदरलैंड के दो विशेष दल कर रहे थे। लेकिन मंगलवार से मौसम खराब होने के कारण जहाज को डूबता देख काम बंद कर दिया गया है। कोस्ट गार्ड के उत्तर-पूवरंचल के आइजी कुलदीप सिंह शेवरान के निर्देशानुसार कोस्ट गार्ड के वेसेल उक्त जहाज पर नजर रखे हुए हैं।