उच्चतम न्यायालय में विमल गुरुंग पर फैसला सुरक्षित
गुरुवार को गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग मामले की सुनवाई पूरी हो तथा न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया।
दार्जिलिंग, जेएनएन । गुरुवार को गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग मामले की सुनवाई पूरी हो तथा न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया। गुरुंग की पैरवी कर रहे पीएस पटवालिया ने न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए विमल गुरुंग को निर्दोष बताते हुए बंगाल सरकार के आरोपों को सिरे से खारिज किया।
इस प्रकरण में दोनों ही पक्षों की ओर से जिरह का लंबा दौर चला जिसमें बीती 19 फरवरी से सरकार और दार्जिलिंग पुलिस ने गुरुंग पर उग्रवादी संगठनों से तालमेल रखने के साथ ही अन्य संगीन आरोप लगाए थे। सरकार के आरोपों को गुरुंग के अधिवक्ता पीएस पटवालिया तथा उनकी टीम ने निराधार बताते हुए सभी आरोपों को गुरुंग के आंदोलन को दबाने की साजिश बताया।
गुरुवार को सुनवाई के दौरान जहां गुरुंग की ओर से पटवालिया समेत उनकी टीम मौजूद थी तो वहीं सरकार की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता वी मोहना तथा उनके सहयोगी उपस्थित थे। गुरुवार को न्यायाधीश अशोक भूषण तथा एके सीकरी की खंडपीठ ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा।
वहीं न्यायालय की सुनवाई पूरी होने पर गुरुंग ने गुरुवार शाम ताजा ऑडियो टेप जारी कर अपनी न्यायालय पर विश्र्वास रखते हुए न्याय मिलने और जल्द पहाड़ वापस लौटने की बात कही।