अश्लील गाने पर छात्रों ने अर्धनग्न होकर कक्षा में किया नृत्य, स्कूली ड्रेस में शराब पीते भी पकड़ाए
अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में तो भेज दे रहे हैं, लेकिन वे स्कूल जा रहे या नहीं, स्कूल में जाकर कर क्या रहे हैं, इसका पता लगाने की फुर्सत उन्हें नहीं है।
- घटना को लेकर राज्य सरकार ने मांगी रिपोर्ट, मंत्री गौतम देव ने सख्त कदम उठाने पर दिया जोर
- स्कूल प्रशासन ने तलाशी में जब्त किए 35 मोबाइल, संबंधित छात्रों के अभिभावकों के साथ की बैठक
- मामला शहर के प्रतिष्ठित सौ साल से भी ज्यादा पुराने सिलीगुड़ी ब्वॉएज हाईस्कूल का
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। सिलीगुड़ी के नामी विद्यालय सिलीगुड़ी ब्वॉयज स्कूल की स्थिति यह है कि यहां के कुछ छात्रों ने एक अश्लील गाने पर कक्षा में ही अर्धनग्न अवस्था ने नृत्य किया और कुछ छात्र कंचनजंघा स्टेडियम में स्कूल ड्रेस में ही शराब पीते पकड़े गए। अश्लील नृत्य की एक वीडिओ वायरल हुई, तब जाकर विद्यालय प्रशासन की तंद्रा टूटी। इस मामले में राज्य सचिवालय नवान्न से स्कूल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।नवान्न से शिक्षा विभाग के उपनिदेशक ने इस बाबत स्कूल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सिलीगुड़ी ब्वॉएज हाईस्कूल के शिक्षक प्रभारी क्षितिज वर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
इन दोनों घटनाओं के सामने आने के बाद मंगलवार को जिला स्कूल निरीक्षक ने भी स्कूल का निरीक्षण किया व स्कूल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी। इसमें शामिल विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल में बुला कर स्कूल प्रशासन ने उनके साथ बैठक की। बैठक में इस मुद्दे पर गंभीरता से मंथन किया गया। इसके साथ ही अभिभावकों को अपने बच्चों पर नजर रखने को भी कहा गया। अभिभावकों ने भी स्कूल में प्रशासनिक रवैये को थोड़ा बेहतर किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।गौरतलब है कि सिलीगुड़ी ब्वॉएज हाईस्कूल की नौवीं व 10वीं कक्षाओं के कुछ विद्यार्थियों द्वारा कक्षा में ही एक अश्लील फिल्मी गाने पर अर्धनग्न हो कर नाचने का वीडियो वायरल हुआ है।उसके बाद बीते सोमवार को इन कक्षाओं में तलाशी ली गई तो विद्यार्थियों से 35 मोबाइल बरामद हुए। इतना ही नहीं, उसी दिन यानी बीते सोमवार को कंचनजंघा स्टेडियम की गली में स्कूली पोशाक में ही स्कूल की 11वीं कक्षा के तीन विद्यार्थी शराब का अड्डा जमाते रंगे हाथों पकड़े गए थे।
मंत्री बोले, सख्त हो प्रशासन
इन मामलों पर राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने भी रोष जताया है। उन्होंने कहा कि यह शहर के सदी भर पुराने व प्रतिष्ठित स्कूल की प्रतिष्ठा का सवाल है। स्कूल की छवि को धूमिल नहीं होने दिया जाना चाहिए। स्कूल प्रशासन को सख्त होने की आवश्यकता है। किसी भी कीमत पर विद्यार्थियों को स्कूल में मोबाइल लेकर आने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। यदि किसी के पास मोबाइल मिलता है तो उसे जब्त कर लिया जाना चाहिए। यहां तक कि फिर वापस भी नहीं लौटाया जाना चाहिए। इस बाबत अभिभावकों को भी आगाह कर दिया जाना चाहिए।