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पश्चिम बंगाल व सिक्किम ने किया पारस्परिक परिवहन का करार

-अंतर राज्यीय परिवहन में एक-दूसरे का परिवहन टैक्स किया माफ -अब सिक्किम में अनेक जगह जा सक

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Jul 2022 10:19 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 10:27 PM (IST)
पश्चिम बंगाल व सिक्किम ने किया पारस्परिक परिवहन का करार
पश्चिम बंगाल व सिक्किम ने किया पारस्परिक परिवहन का करार

-अंतर राज्यीय परिवहन में एक-दूसरे का परिवहन टैक्स किया माफ

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-अब सिक्किम में अनेक जगह जा सकेगी पश्चिम बंगाल की गाड़िया जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:आपसी अंतर राज्यीय परिवहन की विभिन्न समस्याओं को दूर कर इसे और बेहतर करने की दिशा में पश्चिम बंगाल राज्य सरकार व सिक्किम राज्य सरकार के बीच करार हुआ है। इसे लेकर सिलीगुड़ी के निकट न्यू चामटा स्थित मेफेयर टी रिसार्ट में मंगलवार शाम एक समारोह का आयोजन किया गया। इसमें पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम व सिक्किम के परिवहन मंत्री संजीत खरेल की मौजूदगी में पश्चिम बंगाल राज्य के परिवहन विभाग के प्रधान सचिव राजेश सिन्हा व सिक्किम राज्य के परिवहन विभाग के सचिव राज यादव ने पारस्परिक परिवहन अनुबंध, 2022 पर हस्ताक्षर कर इसे अंगीकृत किया। इस अनुबंध के तहत दोनों ही राज्यों के वाहनों की एक-दूसरे राज्य में आवाजाही पर लगने वाले समस्त प्रकार के परिवहन टैक्स को माफ कर दिया गया है। इसके फलस्वरूप अब पश्चिम बंगाल व सिक्किम राज्य के नंबर प्लेट वाले वाहनों को एक-दूसरे राज्य में केवल मात्र सीमित क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य भर में कहीं भी बेरोकटोक आने-जाने की छूट होगी। केवल कुछ प्रतिबंधित व संरक्षित क्षेत्र इस छूट के दायरे से बाहर रहेंगे। वहा पहले जैसी ही स्थिति बहाल रहेगी। वहीं, यह भी तय हुआ है कि पहले जो पश्चिम बंगाल की गाड़िया सिक्किम जाती थीं तो वे कुछ ही जगहों पर रुक पाती थीं या अपने यात्रियों को ड्राप कर पाती थीं लेकिन अब जहा चाहे वहा रुक कर यात्रियों को ड्राप कर सकेंगी। हालाकि, दोनों ही राज्यों में पर्यटन स्थलों की सैर पूर्व की भाति ही स्थानीय गाड़ियों द्वारा ही की जा सकेगी। मगर, यात्रियों को केवल मात्र ड्राप करने के लिए दोनों ही राज्यों की गाड़ियों को एक-दूसरे राज्य में प्रतिबंधित व संरक्षित क्षेत्रों को छोड़ कर कहीं कोई रुकावट नहीं होगी। इसके साथ ही अंतर राज्यीय परिवहन के तहत यातायात में वाहन वालों को जगह-जगह काउंटर सिग्नेचर कराने की समस्या भी अब नहीं रहेगी। यहा सिलीगुड़ी में एक जगह और सिक्किम की राजधानी गंगटोक में एक जगह ऑफिस कायम रहेगा जहा से काउंटर सिग्नेचर कराकर गाड़िया कहीं भी आसानी से आ जा सकेंगी। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल राज्य के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि, पश्चिम बंगाल हमेशा से ही अपने पड़ोसी समस्त राज्यों का बहुत-बहुत सहयोग रहा है। यहा सिक्किम-पश्चिम बंगाल के बीच परिवहन का करार 2007 में हुआ था। उसके बाद 2018 में पूरक करार हुआ। मगर, इसे पूर्ण रूप दिया जाना जरूरी था।दोनों ही राज्यों के परिवहन क्षेत्र के लोगों और स्थानीय प्रशासन द्वारा इसकी आवश्यकता पर बल दिया जा रहा था। उसी के तहत आज यह पारस्परिक परिवहन अनुबंध,2022 हस्ताक्षरित हुआ। इससे जहा दोनों ही राज्यों के बीच मैत्री संबंध को और ज्यादा बल मिला है वहीं दोनों ही राज्यों में पर्यटन व अन्य विकास को भी काफी बल मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि, हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दूरदर्शिता के तहत पश्चिम बंगाल राज्य अपने समस्त पड़ोसी राज्यों के संग बेहतर पारस्परिक संबंध रख चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है। वहीं, सिक्किम के परिवहन मंत्री संजीत खरेल ने उद्गार व्यक्त किया कि, यह अनुबंध बहुत ही ऐतिहासिक अनुबंध है। इससे दोनों ही राज्यों की परिवहन संबंधी बहुत सी समस्याओं का निदान हुआ है और बहुत सी नई सुविधाएं बढ़ी हैं। इससे हर किसी को बड़ी राहत मिलेगी। इसके लिए हम अपने सिक्किम राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामंग और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम व परिवहन विभाग के आभारी हैं।


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