बाजारों में सावन की रौनक गायब
-बोल बम जाने वालों की संख्या नगन्य -केशरिया कपड़े की जरा भी मांग नहीं जागरण संवाददाता सि
-बोल बम जाने वालों की संख्या नगन्य
-केशरिया कपड़े की जरा भी मांग नहीं
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सावन महीने में चारों ओर रौनक ही रौनक नजर आती थी। कोरोना संकट ने सावन की रौनक फीकी कर दी है। अब बाजार सुनसान नजर आ रहे हैं। जबकि कई बाजार पहले से ही बंद पड़े हैं। इस महीने में बाजार केशरिया रंग के कपड़े से पटा हुआ नजर आता था। किंतु अब इक्का-दुक्का दुकानों में ही इस तरह के कपड़े मिल रहे हैं। कांवड़ के सामान की कोई मांग नहीं है। क्योंकि इस साल बोल बम जाने वालों की संख्या नगन्य है। इस बारे में दुकानदारों का कहना है कि इस साल सावन में रौनक गायब है। बाबाधाम जाने वाले लोग इन कपड़ों को विशेष तौर पर खरीदते हैं। किंतु इस वर्ष बाबाधाम मंदिर के पट बंद होने की वजह से इन कपड़ों की मांग ना के बराबर है। इस समय किसी प्रकार की रौनक नजर नही आ रही है। जबकि सावन महीने में इन कपड़ों को सिलाई करने का समय नहीं मिलता था। इसके लिए अलग से दर्जी बैठाकर सिलाई करवानी पड़ती थी। किंतु कोरोना महामारी की वजह से सारी चहल-पहल गायब हो गई है। वहीं श्रद्धालुओं का कहना है कि इस वर्ष वे बाबा का दर्शन नहीं कर पाएंगे इसका बेहद दुख है। अब बाबा जिस हाल में रखेंगे उस हाल में ही रहना पड़ेगा। ऐसी प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द यह बीमारी खत्म हो और हम बाबा का दर्शन कर पाएं।