आजू मिथिला नगरिया नेहाल सखिया..
-सखी बहीनपा मैथलानी समूह का हर तरह का सहयोग करूंगा डॉ. शैलेश झा -सिलीगुड़ी में पह
-विद्यापति स्मृति पर्व समारोह में दिखी मिथिलांचल की झलक
-मधुबनी से पधारे लोक कलाकारों ने बांधा शमा
-भविष्य में और भी बड़े कार्यक्रम करने की घोषणा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :आजू मिथिला नगरिया नेहाल सखिया, चारू दुल्हा में बरका कमाल सखिया..। जय-जय भैरवी असुर..। कवि शेखर, महाकवि, दशाविधान, कवि कंठहार आदि दर्जनों नामों से विभूषित भारतीय साहित्य के कंठहार बने आदिकवि विद्यापति के गीतों -पदावली से सिलीगुड़ी की मिट्टी धन्य हुई। बता दें कि शहर में पहली बार सखी बहीनपा मैथलानी समूह की ओर से शनिवार को चर्च रोड स्थित हार्डवेयर मर्चेट एसोसिएशन(एचएमए) के सभागार में 'विद्यापति स्मृति पर्व समारोह' का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में चार चांद लगाने के लिए मैथिली भाषा समाज के चिकित्सक, बैंक प्रबंधक, शिक्षक सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े शख्सियतों ने शामिल होकर विद्यापति के गीतों के माध्यम से अपनी लोक संस्कृति से जुड़कर आनंद के भागी हुए। मधुबनी से पधारे कवि पवन नारायण झा के शब्दों में कहें तो आज सिलीगड़ी लाग रहल छई मिथिलांच सन। वाकई सिलीगुड़ी कुछ क्षण के लिए मिथिलांच के रंग में डूब गया था। संगठन की महिलाओं के इस पहले कार्यक्रम की सभी ने खूब प्रशंसा की।
बालाजी हेल्थ केयर के चिकित्सक डॉ. शैलेश झा ने कहा कि सिलीगुड़ी में पहली बार विद्यापति समारोह में शामिल होने का अवसर मिला। मैं इस संगठन को हर तरह की मदद करने के लिए तैयार हूं। रविवार को निश्शुल्क हेल्थ चेक अप में सभी का स्वागत है। वहीं दैनिक जागरण के वरिष्ठ समाचार संपादक गोपाल ओझा ने कहा आठ साल हो गए मुझे सिलीगुड़ी में। लेकिन महाकवि विद्यापति को लेकर किसी संगठन ने कोई कार्यक्रम नहीं किया। इसलिए संगठन की बहनों को मेरा प्रणाम। ईलाहाबाद बैंक, हिलकार्ट रोड के महाप्रबंधक अमन कुमार झा,राकेश सोमानी आदि अतिथियों ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा की। कार्यक्रम का शुभारंभ व अंत भगवती वंदना से हुआ। सभी अतिथियों को संगठन की ओर से पाग व दोपटा से स्वागत किया गया।
सखी बहीनपा मैथलानी समूह की गीतांजलि झा ने मैथिली भाषा में कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभा से अनुरोध करते हुए कहा-'छिरिया के रहब त टूट जाएब, मुट्टी बांध के सब रहूं।' उन्होंने अपने समाज में अलग-अलग गुटों में बंटे लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया। वहीं भारती झा ने दोपटा पर मैथिली आर्ट करके सबका दिल जीत लिया। कार्यक्रम में कपड़े के बैग का इस्तमाल करने पर भी जोर दिया गया। वहीं संगठन की बबिता झा ने बताया कि इस कार्यक्रम की तैयारी पिछले दो माह से हो रही है। एक मई को हम बड़े स्तर पर वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम करेंगे। देशबंधु प्राथमिक स्कूल के पूर्व प्रधानाध्याक मधुकांत झा ने हमारा काफी साथ दिया। साथ ही इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मधुबनी से पधारे कलाकार व कवि प्रमेंद्र कमलेश, पवन नारायण झा और सुनैना झा ने विद्यापति व मिथिला कविता व गीत से श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में चंचला झा, रीना झा पाठक, नीलम झा, पूजा झा, पुष्पा झा आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही वाणी मंदिर स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक जगदीश झा, जय नारायण झा, देवेंद्र नाथ शुक्ल, सिलीगुड़ी कॉलेज, हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय साव, राजीव झा, प्रशांत कुमार झा, अशोक कुमार झा, सुनीता झा, नंदलाल झा, उग्र तारा देवी सहित मिथिला समाज के बच्चों ने गीत-नृत्य से खूब वाहवाही बटोरी