Train Robbery: ट्रेन डकैती रोकने को आरपीएफ का 'आपरेशन नाइट हंट' लागू, मैदान में उतरी 8 टीमें
Train Robbery ट्रेनों मेें डकैती की घटनाओं को रोकने और सक्रिय बदमाश गिरोह को दबोचने के लिए हावड़ा आरपीएफ ने एक नई रणनीति अख्तियार की है।
हावड़ा, जागरण संवाददाता। ट्रेनों मेें डकैती की घटनाओं को रोकने और सक्रिय बदमाश गिरोह को दबोचने के लिए हावड़ा आरपीएफ ने नई रणनीति अख्तियार की है। सीनियर डीएससी के नेतृत्व में 'आपरेशन नाइट हंट' की शुरुआत की गई है।
इसके तहत बनाई गई 8 टीमें डिवीजन के चिन्हित स्थानों पर रेल पटरी किनारे एवं ट्रेनों में गश्त कर बदमाशों की ठोह लेने में जुट गई है बता दें कि गत गुरुवार को डाउन सरायघाट और शुक्रवार को अप गौड़ एक्सप्रेस में बदमाशों ने लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। विरोध करने पर यात्रियों के साथ मारपीट भी की गई थी। बर्द्धमान और गुसकरा के बीच घटनाएं होने से आरपीएफ के भी कान खड़े हो गए। जांच में ट्रेन डकैती की वारदातों के पीछे एक ही गैंग के सक्रिय होने के संकेत मिले थे।
ट्रेनों में एक के बाद एक वारदातों ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। इसके बाद हरकत में आए हावड़ा आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रजनीश कुमार त्रिपाठी ने अपने नेतृत्व में 48 सदस्यों वाली 8 टीमों का गठन कर दिया। साथ ही रामपुरहाट तक पड़ने वाले सभी आरपीएफ पोस्ट कमांडरों को भी डकैत गिरोह का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए।
शनिवार रात स्वयं सीनियर डीएससी अपनी टीमों के साथ मैदान में उतरे। उन्होंने ट्रेन डकैती की निर्धारित स्थानों पर रेल पटरी पर गश्त करने के साथ ही ट्रेनों में भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उनके नेतृत्व में टीमों ने अप और डाउन की सभी ट्रेनों में तलाशी अभियान चलाया। मकसद है किसी ही सूरत में ट्रेन डकैती की वारदातों पर अंकुश लगाकर बदमाशों को दबोचना।
इस बाबत सीनियर डीएससी रजनीश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बर्द्धमान और रामपुरहाट के बीच आपरेशन नाइट हंट की टीमें ट्रेनों की जांच करेगी। इसके अलावा बदमाशों द्वारा ट्रेनों में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिए जाने वाले निर्धारित स्थानों पर आरपीएफ के सशस्त्र जवान रेल पटरी पर गश्त करेंगे। पोस्ट कमांडरों को भी 24 घंटे नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी हाल में ट्रेनों में होने वाले वारदातों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।