रद्दी बटोर कर तैयार कर रहे हैं लिखने की कॉपी
-दो दोस्त अपने अंदाज में कर रहे हैं समाज सेवा का काम -सौ से अधिक छात्र-छात्राओं में का
-दो दोस्त अपने अंदाज में कर रहे हैं समाज सेवा का काम
-सौ से अधिक छात्र-छात्राओं में कॉपी औन अन्य सामग्री वितरित
-पुलिस के साथ ही समाज के अन्य लोगों का मिला सहयोग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एक विद्यार्थी का दर्द दूसरा विद्यार्थी ही समझ सकता है। सिलीगुड़ी के दो विद्यार्थियों ने गरीब छात्र-छात्राओं की सहायता की अनोखी पहल की है। घर-घर से रद्दी संग्रह कर रीसाइक्लिंग कर सौ पन्नों का खाता तैयार किया। अब इसे गरीब छात्र-छात्राओं में वितरित कर रहे हैं। इनके अनोखे कदम में परिवार के साथ सासद और समाज का पूरा सहयोग मिल रहा है। रद्दी बटोर खाता बनाकर गरीब बच्चो मे बाटने का अनोखा प्रयास सिलीगुड़ी के दो स्कूली छात्र रचित अग्रवाल और सिद्धात अग्रवाल ने शुरू किया है। यहां बताते चलें कि रचित बारहवीं और सिद्धात दसवीं का छात्र है। रचित सिलीगुड़ी के खलपाड़ा और सिद्धात देशबंधुपाड़ा का निवासी है। अलग-अलग कक्षा और अलग-अलग इलाके मे रहने के वावजूद इन दोनों मे गहरी मित्रता है। दोनों ने बीते जनवरी महीने मे सेवा करने के लिए मुशाफिरी नाम से एक संगठन बनाया। जिसके सदस्य भी फिलहाल ये दोनों ही हैं। कोरोना कि वजह से लॉडाउन के समय इन दोनों ने गरीब बच्चो को दूध, असहाय लोगो तक राशन आदि भी पहुंचाया है। लेकिन इनका पहला उद्देश्य ही गरीब छात्र-छात्राओं लिखने के लिए कॉपी पहुंचाना है। इन दोनों ने रद्दी बटोरने का अभियान चला रखा है। घर जा कर ये पुराना खाता बटोरते हैं, फिर उनमें से बिना लिखे पेज को छांट कर अलग करते हैं। सौ पेज की सिलाई कर उनकी बाइडिंग कर ये दोनों बस्ती और ग्रामीण क्षेत्रो के गरीब छात्रो-छात्राओ को खाता मुहैया कराते हैं। बुधवार को रद्दी से तैयार एक सौ खाते को सिलीगुड़ी पुलिस के सहयोग से वितरित किया गया है। बुधवार दोपहर भक्ति नगर ट्रैफिक गार्ड कार्यालय के सामने एक कार्यक्रम के माध्यम से खाता बाटा गया। खाता के साथ मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किया गया। इस अवसर पर सिलीगुड़ी पुलिस के डीसीपी (ईस्ट) नीमा नरभू भूटिया, एडीसीपी (ट्रैफिक) जसप्रीत सिंह, एसीपी राजेन छेत्री, भक्ति नगर ट्रैफिक गार्ड के आईसी सुबीर कुमार दत्ता, एएसआई एस एस नेगी व अन्य उपस्थित थे। रचित और सिद्धात ने बताया कि इस कार्य मे उनके परिवार के साथ सिलीगुड़ी पुलिस, दाíजलिंग के सासद राजू बिष्ट और समाज के लोग सहयोग कर रहे हैं।