पब कांड- पोस्टर लगना चाहिए कुछ और लग रहा है कुछ और
-एक्साइज नियमों की पूरी तरह से अनदेखी -21 साल से कम उम्र वाले को भी शराब देने में कोताही
-एक्साइज नियमों की पूरी तरह से अनदेखी
-21 साल से कम उम्र वाले को भी शराब देने में कोताही नहीं
-शहर में बार और पब पूरी तरह से बेलगाम जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पाश्चात्य सभ्यता की राह पर अवैध कारोबार भारतीय अधिनियमों को मानकर भला कैसे संभव हो सकता है। फलस्वरुप सिलीगुड़ी शहर और आस-पास स्थित बार और पब बेलगाम हो चले हैं। सिलीगुड़ी के बार और पब में आबकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। पश्चिमी सामाजिक व्यवस्था का प्रतीक बार और पब की चकाचौंध में सिलीगुड़ी के युवा फंस कर अपने उज्जवल भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल आबकारी अधिनियम के तहत बार और पब के प्रवेश द्वार पर नो लिकर सर्विस फॉर अंडर 21 का पोस्टर लगना चाहिए,जबकि पोस्टर लग रहा है कुछ और। शहर के प्लेनेट मॉल स्थित पब वॉर्थ द हाइप में नो शर्ट नो सर्विस फॉर गाइज नो शर्ट फ्री ड्रिंक्स फॉर गर्ल्स के पोस्टर ने यह साबित भी कर दिया है।
शहर के कथित समाजसेवी के पब में लगे इस पोस्टर को हटाये जाने की मांग पर युवती व उसके पिता के साथ मारपीट की गई। पब प्रबंधन और बाउंसरों ने मिलकर युवती और उसके पिता के साथ मारपीट की। पीड़ित युवती की शिकायत पर भक्ति नगर थाना पुलिस, जलपाईगुड़ी जिला अधिकारी और आबकारी विभाग की ओर से मिलकर इस मामले की जांच की जा रही है। पब में लगे आपत्तिजनक इस पोस्टर से हमारे समाज और प्रशासन पर कई प्रकार के सवालिया निशान लग रहे हैं। जबकि सिलीगुड़ी सहित आस-पास के इलाकों में अनगिनत बार और पब स्थित हैं। बल्कि सिलीगुड़ी शहर का दिल माना जाने वाला सेवक रोड बार और पब के हब में परिणत हो गया है।
सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित वॉर्थ दी हाइप पब में नो शर्ट नो सर्विस फॉर गाइज और नो शर्ट फ्री ड्रिंक्स फॉर गर्ल्स का आपत्तिनजक पोस्टर तो देखने को मिला। लेकिन शहर के किसी भी बार और पब में 21 वर्ष तक के युवाओं को शराब नहीं परोसे जाने का पोस्टर कभी नहीं दिखा। जबकि पश्चिम बंगाल आबकारी अधिनियम ने शराब की दुकान, बार और पब में 21 वर्ष तक के युवाओं को शराब परोसने से सख्त मना किया है। लेकिन जब अपराधिक गतिविधियों से जुड़े लोगों के लिए पाश्चात्य सभ्यता के तहत सामाजिक व्यवस्था को ढाला जा रहा हो तो भारतीय अधिनियमों की परवाह कौन करता है? सिलीगुड़ी के बार, पब और शराब की दुकानों पर 21 वर्ष या उससे कम उम्र के युवाओं को शराब बिना किसी रोक-टोक के ही मिल जाती है। बल्कि शहर के बार और पब में तो शराब के अलावा ड्रग्स और हुक्का भी युवाओं को परोसा जा रहा है।
पब में लगे आपत्तिजनक पोस्टर को हटाने की मांग पर ग्राहक युवती और उसके पिता के साथ मारपीट का मामला सामने आने के बाद से प्रशासन सिलीगुड़ी व आसपास स्थित बार और पब में आबकारी अधिनियमों का सख्ती से पालन कराये जाने की कवायद शुरु की है। दार्जिलिंग जिला शासक शशांक सेठी ने बताया कि आबकारी विभाग बार और पब पर विशेष निगरानी रख रही है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।