लगातार दूसरे दिन चला प्रतिमा विसर्जन का काम
-सिंदूर दान के साथ दी गई मां को विदाई -कोरोना काल में भी महानंदा किनारे उमड़ी लोगों
-सिंदूर दान के साथ दी गई मां को विदाई
-कोरोना काल में भी महानंदा किनारे उमड़ी लोगों की भीड़ जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर में महानंदा नदी के लाल मोहन मौलिक घाट पर मंगलवार को लगातार दूसरे दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन हुआ। हांलिाकि अधिकांश प्रतिमाओं का दिन में ही विसर्जन हुआ। इससे पहले सिंदूर दान के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। अवसर को लेकर पूजा पंडालों में चहल-पहल देखी गई। सुहागिनों के द्वारा देवी दुर्गा को सिंदूर लगाकर सुहाग दीर्घायु की कामना की गई। मिठाई, फल, सुपारी सहित अन्य पूजन सामग्री के साथ देवी को सिंदूर लगाया गया। इस अवसर पर महिलाओं का उत्साह देखने लायक था। एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर पर्व की बधाई दी। इसी क्रम में सुबह से ही घरों और मंडपों में स्थापित मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। काफी तादाद में महिलाएं विसर्जन में शामिल हुई। हिलकार्ट रोड, महावीर स्थान, महानंदा नदी के तट पर विसर्जन देखने वालों की भीड़ देखी गई। कोरोना महामारी के समय सरकारी गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाते भी लोग दिखे। ना ही लोग मास्क पहने नजर आए ना ही शारीरिक दूरी का पालन किया गया। भीड़ को देख लग रहा था कि कोरोना जैसी बीमारी खत्म हो गई है। इसी क्रम में जगह-जगह पर लगे चाट-पुचकों और अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद लेते भी लोग देखे गए। रेस्टोरेंट इत्यादि के सामने भी लंबी कतार देखी गई। हां, पूजा पंडालों में शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा था। किंतु पूजा पंडालों के बाहर भीड़ देखी गई। देर रात तक शहरवासी पूजा का आनंद लेते देखे गए। इसी क्रम में मंगलवार को भी देवी का विसर्जन जारी रहा। अधिकतर प्रतिमाएं दिन के समय ही विसर्जित कर दी गई।