पितृ पक्ष दो सितंबर से, पिंडदान व तर्पण होगा
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी इस बार पितृ पक्ष के दौरान ग्रह -गोचरों का खास संयोग बन रहा है। एक पख
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:
इस बार पितृ पक्ष के दौरान ग्रह -गोचरों का खास संयोग बन रहा है। एक पखवाड़े के दौरान सात सर्वार्थ सिद्धि योग,पाच सिद्धियोग, सात अमृत योग का संयोग बन रहा है। साथ ही 13 सितंबर को रवि पुष्य योग भी बनेगा। इस साल पितृ पक्ष दो सितंबर से है। इस अवधि में लोग पिंडदान और तर्पण करेंगे। आचार्य पंडित यशोधर झा का कहना है की इस दौरान मंगल,गुरु,शनि और सूर्य अपने अपने स्वगृही स्थानों पर रहेंगे। सनातन धर्मावलंबियों का पवित्र पितृपक्ष भाद्रपक्ष शुक्ल पूíणमा बुधवार दो सितंबर से शुरू हो रहा है। अगस्त्य तर्पण के साथ ही इस बार पितरों का तर्पण पहले दिन से ही शुरू हो जायेगा। एक पखवाड़ तक चलने वाले पितृपक्ष के दौरान पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जायेगा। पितृपक्ष का समापन आश्विन मास की अमावस्या यानी 17 सितंबर को होगा। इस पखवाड़े के दौरान श्रद्धालु गंगा सहित पवित्र अन्य नदियों के किनारे और घरों में अपने-अपने पितरों को याद करके पिंडदान, श्राद्ध व तर्पण करेंगे। हालाकि सनातन धर्म को मानने वाले जो तर्पण के अधिकारी हैं, को तो सालों भर नित्य देवता, ऋषि एवं पितर का तर्पण करना चाहिए। ऐसा नहीं कर सकें तो कम से कम पितृपक्ष में तो अवश्य तर्पण, अन्नदान तथा संभव हो तो पार्वण श्राद्ध करना चाहिए।