Move to Jagran APP

पुलविहीन मंजा नदी को पार करते हैं राहगीर व वाहन

वाहन चालकों व राहगीरों को नदी के पानी की गहराई का नहीं होता अहसास संसू. मिरिक महकमा के स

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 08:37 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 08:37 PM (IST)
पुलविहीन मंजा नदी को पार करते हैं राहगीर व वाहन

वाहन चालकों व राहगीरों को नदी के पानी की गहराई का नहीं होता अहसास

loksabha election banner

संसू. मिरिक: महकमा के सीमावर्ती गांव लोहागढ़ और आसपास के गांवों के लिए मन्जा नदी ही यातायात का मुख्य आधार है। स्थानीय लोगों को सूखे के मौसम से लेकर बारिश के मौसम में भी नदी के बीचोबीच से गाडी चलाना मजबूर होना पड़ता है। यहां के सैकड़ों लोग रोजगार और अन्य काम के लिए मन्जा नदी को पार करके ही कर्सियांग , मिरिक , दार्जिलिंग जाना पड़ता है। मगर आलम यह है कि कभी भी उक्त नदी वाहनों के लिए आफत बन सकती है। नदी में बहते पानी की गहराई कितनी है इसका वाहन चालकों को अहसास नहीं होता यही वजह है कि इसी चक्कर में तमाम वाहन नदी में फंस जाते हैं। यहां गाडी फंसना आम बात है जब कि , लोगों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। मंजा नदी के ऊपर व्यवस्थित पुल न होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। दागोपाप से लेकर जीटीए व्यवस्था तक मन्जा नदी के ऊपर एक व्यवस्थित पुल का न होने से काफी मुसीबतों का सामना लोगों को करना पड़ता है। नदी में जलस्तर बढ़ने और लगातार वाहन फंसने जैसी घटनाओं से ग्रामीण नागरिकों को काफी समस्या हो रही है। स्थानीय नागरिको ने उक्त समस्या का निवारण जीटीए या फिर राज्य सरकार द्वारा सकारात्मक पहल करने की मांग की है।

(फोटो -3 लोहागढ़ के मन्जा नदी मे फंसे वाहन को निकालते स्थानीय नागरिक )

----

पचास फीट जमीन नीचे खिसकने से भूस्खलन जैसी स्थिति,लोग भयभीत

संसू. मिरिक: मिरिक बाजार के बौधी होटल के नीचे की जमीन खिसकने के कारण स्थानीय नागरिकों में भय व्याप्त है। पिछले कई दिन से जारी बारिश की वजह से होटल से करीब पचास फीट नीचे की जमीन खिसकने से भूस्खलन का रुप ले लिया है। आगामी दिनों मे और भी भूधंसान का आकार बढने की आशंका है। होटल के प्रमुख निताई नाग ने कहा कि, नगरपालिका के वार्ड नम्बर दो अन्तर्गत बौधी होटल नजदीक बेकरी गोलाई के आसपास भी जमिन में दरार पैदा होने और भूस्खलन भी होने से किसी भी समय कोई अनहोनी हो सकती है। इस प्राकृतिक घटनाके सम्बन्ध में नगरपालिका प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है। नाग ने होटल के नीचे की जमीन को समय रहते ही सुरक्षात्मक तरीके से सुरक्षा वाल लगाने की जरुरत है। यदि समय रहते ही नगर प्रशासन द्वारा ठोस पहल की जाती है तो भूस्खलन न हो।

(फोटो -4- मिरिक बाजार के बेकरी गोलाई के नीचे भूस्खलन से प्रभावित जमीन )

--------------

चित्र परिचय:

हरियाली और रास्ता :

मिरिक से दस किलोमीटर दूर स्थित टिंगलिंग् व्यूप्वाइंट से नजर आता हरियाली चाय बागान और सर्पीली सड़क का मनमोहक दृश्य। फोटो - दीप मिलन प्रधान ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.