पवन चामलिंग ने कहा उनके राजनीतिक भविष्य का फैसला जनता के हाथ में
सिक्किम विधानसभा का विशेष बजट सत्र संपन्न हो गया।
गंगटोक [जागरण संवाददाता]। सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने कहा कि आगामी चुनाव में उनके फिर मुख्यमंत्री बनने का मामला जनता के हाथों में है। अगर जनता चाहेगी तो मुख्यमंत्री बनेंगे। बाहर का रास्ता दिखाएगी तो भी स्वीकार होगा। वे बुधवार को सिक्किम विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 35 वर्षों से लगातार बतौर विधायक एवं 25 साल से लगातार बतौर मुख्यमंत्री कार्य करने का मौका मिला है। 1984 में विधायक का पद संभालते ही उन्होंने कि अपने 25 वर्षों के मुख्यमंत्रित्व काल में विभिन्न योजनाएं बनाकर उनको धरातल पर उतारा। इसमें लोगों को स्वास्थ्य, मकान, शिक्षा व भोजन निश्शुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था को लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि राज्य में अमन चैन, विधि व्यवस्था तथा सुरक्षा व्यवस्था को बताया। इसके अतिरिक्त सड़क, पेयजल आपूर्ति, पनबिजली परियोजनाएं, जैविक खेती राज्य, बहुउद्देश्यीय 1000 शैया वाले अस्पताल, कॉलेजों व युनिवर्सिटी का निर्माण भी गिनाया। आगे भी विकास की गति इसी तरह से बनाए रखेंगे।
चामलिंग ने कहा कि विपक्षी पार्टियां राज्य के विकास को विनाश में तब्दील करने तथा राजनैतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए राजनीति कर रही हैं। धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव में मानव संसाधन विकास मंत्री आरबी सुब्बा व पूर्वी सिक्किम रिनाक के विधायक हेमेंद्र अधिकारी उपस्थित थे। उक्त अवसर पर सोमवार सदन में प्रस्तुत चालू वित्त वर्ष के लिए अप्रैल से सितंबर तक के लिए कुल 356629.60 लाख रुपये की धनराशि को बिना बहस पारित किया गया।
अप्रैल व मई के बीच लोस व विस चुनाव होने के कारण यह बजट सदन में प्रस्तुत करना अनिवार्य बताया। नई सरकार गठन के बाद अक्टूबर माह में नियमित बजट प्रस्तुत होगा। इसी तरह सदन में सोमवार को प्रस्तुत सिक्किम रेगुलेशन ऑफ ट्रांसफर आफ लैंड संशोधन विधेयक व सिक्किम प्रोहिबेशन ऑफ बैगरी संसोधन विधेयक भी सदन में बिना बहस पारित हुआ। विधानसभा अध्यक्ष केएन राई ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए अनिश्चित काल के सदन को स्थगित किया।