सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी पहाड़ पर नहीं कराए जा रहे हैं पंचायत चुनाव
हिल्स में गोरखाओं की आवाज को दबाने के लिए घुसपैठियों के सहारे वोट बैंक तैयार किए जा रहे हैं। जो आने वाले दिनों में विवाद का एक बड़ा कारण बनेगा।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बाद भी बंगाल सरकार पहाड़ पर पंचायत चुनाव नहीं करा रही है। इतना ही नहीं हिल्स में अवैध तरीके से रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों को घुसपैठ कराने से एक नई समस्या पैदा होगी। पहाड़ पर गणतंत्र नहीं है। यह बातें जन आंंदोलन पार्टी के प्रमुख हर्ख बहादुर छेत्री ने कही।
उन्होंने कहा कि पहाड़ पर 2005 में अंतिम बार पंचायत चुनाव हुए थे। मार्च 2017 में ही सुप्रीम कोर्ट ने पंचायत चुनाव कराने के आदेश दिए थे। जिसका अनुपालन नहीं अब तक नहीं किया जा रहा है। हिल्स में सरकार द्वारा मनोनीत प्रतिनिधि के माध्यम से विकास कार्य कराने की बात कही जा रही है।
हिल्स में गोरखाओं की आवाज को दबाने के लिए घुसपैठियों के सहारे वोट बैंक तैयार किए जा रहे हैं। जो आने वाले दिनों में विवाद का एक बड़ा कारण बनेगा। मालूम हो की हिल्स में अवैध घुसपैठ को रोकने की माग गोजमुमो नेता विमल गुरुंग समेत कई अन्य संगठनों ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से की है।
पहाड़ में शांति व विकास चाहती है राज्य सरकार
राज्यसभा सासद व कालिम्पोंग के तृणमूल संयोजक शाता छेत्र के पहाड़ दौरे के बाद से ही दूसरे दलों से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले लोगों की संख्या बढ़ते जा रही है। इसी क्रम में रविवार को कालिम्पोंग ट्रक कर्मचारी कल्याण संगठन के तत्वावधान में अलगड़ा सार्वजनिक भवन में एक सभा का आयोजन किया गया था। संगठन के अध्यक्ष कृष्णमणि प्रधान की अध्यक्षता में संपन्न सभा में सांसद शाता छेत्री, पार्टी के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष छेवाग भूटिया, युवा अध्यक्ष प्रणय राई, देन्दुप भूटिया,शिखा राई, नगर पार्षद आसिफ अहमद समेत अन्य मौजूद थे।
ट्रक चालकों की समस्या का समाधान करने के लिए आभार कालिम्पोंग ट्रक कर्मचारी कल्याण संगठन के करीब 350 चालकों ने सभा के दौरान ही तृणमूल कांग्रेस का झंडा थामा। इसके अलावा विमल गुट के 200 परिवार भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। सांसद शांता छेत्री ने सभी नए सदस्यों को पार्टी का झंडा थमाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवा अध्यक्ष प्रणय राई ने कहा कि दार्जिलिंग में सत्तारूढ़ पार्टी हमेशा से युवा वर्ग के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते आ रहे हैं। 10 साल में यहां कोई परिर्वतन नहीं आया। यहां पैसे से युवा के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस पहाड़ में हमेशा से ही शांति व विकास की पक्षधर रही है।
राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार आने के बाद पहाड़ में काफी विकास हुआ। कुछ अशांति जरूर हुई, लेकिन वर्तमान समय में सभी शांति से सो सकते हैं। सांसद शांता छेत्री ने कहा कि गोरखालैंड आंदोलन का तृणमूल कांग्रेस ने कभी विरोध नहीं किया। वर्तमान समय में पार्टी के निर्देश पर ही पहाड़ में संगठन विस्तार का काम कर रहीं है। राज्य सरकार पहाड़ के विकाश को लेकर हमेशा से ही तत्पर रही है। फिलहाल दूसरे दलों से काफी संख्या में लोग तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।