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सिलीगुड़ी में डेंगू के बढ़ते मामलों के लिए विपक्ष ने नगर निगम बोर्ड को ठहराया जिम्मेदार

निगम में नेता प्रतिपक्ष अमित जैन ने कहा कि जिस तरह से रोजाना डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं व‍ि चिंतनीय है। स्थिति महामारी की ओर जा रही है। आंकड़ा पहले ही दोहरे शतक को पार कर चुका है इसका पूरी-पूरा श्रेय नगर निगम बोर्ड को जाता है।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sun, 11 Sep 2022 03:06 PM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2022 03:06 PM (IST)
सिलीगुड़ी में डेंगू के बढ़ते मामलों के लिए विपक्ष ने नगर निगम बोर्ड को ठहराया जिम्मेदार
डेंगू के आंकड़े ने लगाया दोहरा शतक। सांकेतिक तस्‍वीर।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में डेंगू के बढ़ते मामलों को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। नगर निगम में प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने डेंगू के मामलों से निपटने में तृणमूल कांग्रेस परिचालित सिलीगुड़ी नगर निगम बोर्ड को पूरी तरह से विफल करार दिया है। मीडिया से बातचीत में सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता अमित जैन ने कहा कि निगम बोर्ड द्वारा ड्रेनों के साफ-सफाई व स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिए जाने से डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है। जल निकासी व्यवस्था खराब बनी हुई है। निर्माणाधीन स्थलों पर जल जमाव ना हो इसके लिए कोई उचित निरीक्षण नहीं किया जाता है।

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उन्होंने कहा कि डेंगू के मामलों में बेतहाशा वृद्धि के लिए नगर निगम बोर्ड को इसका श्रेय दिया जाना चाहिए। सिलीगुड़ी निगम के वार्डों में जिस तरह से रोजाना डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं, उससे हम बहुत चिंतित हैं। स्थिति महामारी की ओर जा रही है। यह आंकड़ा पहले ही दोहरे शतक को पार कर चुका है, इसका पूरी-पूरा श्रेय नगर निगम बोर्ड को जाता है। इस स्थिति से निपटने में निगम बोर्ड बुरी तरह विफल रहा है। वार्डों में डेंगू के रोकथाम के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। हम नहीं जानते कि वेक्टर कंट्रोल टीम (वीसीटी) वार्डों में कैसे काम कर रही  है। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग अपने दायित्वों को ठीक से पालन नहीं कर रहा है।  स्वास्थ्य विभाग के एमआइसी शायद ही वार्डों में जाते हैं।

विपक्ष के नेता जैन ने कहा कि हमने मासिक बोर्ड बैठकों में डेंगू का मुद्दा कई बार उठाया है, हालांकि हमारे पार्षदों की संख्या कम है, इसलिए हमारी बातों को बोर्ड बैठक में अनसुना कर दिया जाता है, यदि बातों पर गौर करते हुए पहले ही इस पर तैयारी शुरू कर दी जाती, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। उन्होंने कहा कि हमें नगर निगम बोर्ड पर निर्भर नहीं रहना है। 13 सितंबर के बाद सभी 47 वार्डों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। भाजपा पार्षद व विपक्ष के नेता जैन ने कहा हम बोर्ड की अगली बैठक में मांग उठाएंगे कि डेंगू की स्थिति को देखने के लिए सभी राजनीतिक दलों के पार्षदों की एक टीम बनाई जाए।

वहीं वार्ड चार के अन्य भाजपा पार्षद विवेक सिंह ने कहा कि सिलीगुड़ी के मेयर गौतम एक पूर्व मंत्री और एक अनुभवी पार्षद होने के अपने अनुभव का उपयोग करने में विफल रहे हैं।

एमआइसी ने विपक्ष के वार पर किया पलटवार

सिलीगुड़ी नगर निगम में स्वास्थ्य व जलापूर्ति विभाग के एमएमआइसी  दुलाल दत्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि  भाजपा पार्षदों की निष्क्रियता के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। दत्ता कहा कि डेंगू की परिस्थिति की समीक्षा के लिए मैं खुद बीते शुक्रवार को वार्ड नंबर चार व पांच का दौरा किया था। पिछले आठ दिनों में सबसे ज्यादा डेंगू के मामले वार्ड पांच में सामने आए। हम डेंगू की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रहे हैं। वार्ड नंबर और पांच का दौरा किया और दोनों वार्डों में नालियों सहित सफाई की कमी देखी गई। वार्ड के निवासियों के एक वर्ग द्वारा अपने घरों में ताजा जमा पानी की सफाई नहीं करने की प्रथा देखी गई। इन वार्डों के तस्वीरों में वार्ड पार्षदों का प्रदर्शन झलक रहा था। यदि इन वार्डों के पार्षदों द्वारा पहले आवश्यक कदम उठाए गए होते, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। दत्ता ने दावा किया कि वार्डों में फगिंग और स्प्रे मशीन, सफाई कर्मियों को समान रूप से वितरित किया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में बीते शुक्रवार नौ सितंबर तक 257 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।


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