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नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठा रहे अंतरराष्ट्रीय अपराधी

सिलीगुड़ी: नेपाल सीमा से सटा सीमावर्ती क्षेत्र इन दिनों विदेशी अपराधियों का ट्राजिट रूट बनता जा रहा है। हाल ही में सिलीगुड़ी में पकड़े गए चार चीनी नागरिकों ने इसका खुलासा किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 01:08 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 01:08 PM (IST)
नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठा रहे अंतरराष्ट्रीय अपराधी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:

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नेपाल सीमा से सटा सीमावर्ती क्षेत्र इन दिनों विदेशी अपराधियों का ट्राजिट रूट बनता जा रहा है। हाल ही में सिलीगुड़ी में पकड़े गए चार चीनी नागरिकों ने इसका खुलासा किया है। इसके बाद चार उग्रवादियों को नक्सलबाड़ी से सीआइडी की टीम ने पकड़ा। इसके अलावा बंगाल से सटे कुर्लीकोट पुलिस द्वारा दिल्ली पुलिस की सूचना पर हत्या के आरोपी नाइजीरियन उच्चे आइ विक्टर और ई के चुकू को ओला वाहन के साथ अपनी गिरफ्त में लिया था। ये दोनों असम की ओर जा रहे थे। नेपाल और प. बंगाल की खुली सीमा और बंग्लादेश की सीमा सटे होने के कारण हजारों की संख्या लगा रहता है । इसी की आड़ में अपराधी भी आ-जा रहे हैं।

वर्ष 1999 में आठ अफगानी नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर सीमावर्ती क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश में गिरफ्त में आये थे। वर्ष 2010 में संदिग्ध बंग्लादेशी आतंकी आकाश खां बरचोंदी पंचायत से सटे नेपाल के महेशपुर से सुरक्षा एंजेसी की गिरफ्त में आया था । महाबोधि मंदिर के विस्फोट में शामिल उग्रवादी को फासीदेवा थानाक्षेत्र से सुरक्षा एंजेसियो ने दबोचा था। विगत नौ मार्च को ही फासीदेवा थानाक्षेत्र से एक संदिग्ध बंग्लादेशी नागरिक मोहम्मद

दुलाल को दबोचा गया था। इससे पूर्व भी सीमा पर तैनात एसएसबी जवानो ने बंग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्त में लेने का कार्य किया था ।


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