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-अब जो भी पंचायत चुनाव होंगे निर्दलीय होंगे : गोले

किसी भी राजनीतिक दल के बैनर तले उम्मीदवार पंचायत में नहीं होंगे करफेकटार में राज्य स्तरीय प

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 08:04 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 08:04 PM (IST)
-अब जो भी पंचायत चुनाव होंगे निर्दलीय होंगे : गोले
-अब जो भी पंचायत चुनाव होंगे निर्दलीय होंगे : गोले

किसी भी राजनीतिक दल के बैनर तले उम्मीदवार पंचायत में नहीं होंगे

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करफेकटार में राज्य स्तरीय पंचायत सम्मेलन आयोजित

विभिन्न क्षेत्र में योगदान देने वाले 70 ग्राम व जिला पंचायतों को राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय पुरस्कार मिलेगा

संसू.गंगटोक: सत्तारूढ़ एसकेएम पार्टी की सत्ता हस्तातरण के ढाई साल बाद पहली बार राज्य स्तरीय पंचायत सम्मेलन आयोजित किया गया। दक्षिण सिक्किम के जोरथाग, करफेकटार स्थित राच्य ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज संस्थान परिसर में आयोजित पंचायत सम्मेलन में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (पीएस गोले) मुख्य अतिथि थे। मुख्यमंत्री गोले ने कहा कि पंचायत सम्मेलन केवल एक दिवसीय नहीं बल्कि अगले साल से तीन दिवसीय आयोजन होगा। जिसमें विभाग और कैबिनेट बैठकर ग्रामीण जनता की मागें और समस्याएं सुना जएगा। भविष्य में यह सम्मेलन प्रत्येक जिला में आयोजित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जो भी पंचायत चुनाव होंगे वो निर्दलीय होंगे। किसी भी पंचायत के सर पर पार्टी का टैग नहीं रहेगा। निर्दलीय चुनाव से जनता को सही नेतृत्व चुनने का मौका मिलेग। पंचायत चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टी के लोग निर्दलीय चुनाव लड़ सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर पंचायती राज को कमजोर किया गया तो राच्य और सरकार कमजोर होगा। उन्होंने सभी पंचायतों को सरकार से मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि पंचायत को प्राप्त संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए स्वतंत्र रूप से काम करने का अवसर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 विरुद्ध टीकाकरण में सिक्किम के पंचायतों ने बहुत अच्छा भूमिका निर्वाह किया है। इसी कारण सिक्किम देश में टीकाकरण के दोनों डोज में प्रथम राज्य बना है।

पंचायतों की मागों के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री गोले ने कहा कि आगामी साल से विभिन्न विभागों के बजट से 10 प्रतिशत काटकर ग्राम पंचायत को प्रदान करने का प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही पंचायत डेवलपमेंट असिस्टेंट (पीडीए) और पंचायत अकाउंट असिस्टेंट (पीएए) को भी स्थाई किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि राच्य में केंद्र के परियोजनाओं में कार्यरत कर्मचारियों को भी आठ साल पूरा होने के बाद स्थाई किया जाएगा। जिसमें एनएचएम, एमजी नरेगा आदि शामिल है। उन्होंने जिला और ग्राम पंचायत की विवेकाधीन कोष , पेंशन और पारिश्रमिक बढ़ाने में सरकार विचाराधीन है कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से राज्य का व्यवसाय ठप था। राज्य सरकार ने आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर इसे तत्काल लागू नहीं किया , लेकिन भविष्य में इसे अवश्य लागू किया जाएगा मुख्यमंत्री ने बताया। उन्होंने पंचायतों से रेभिन्यू (टेक्स) उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि अगर टैक्स सही तरीके से उठाया गया तो राज्य कोष बढ़ेगा और सब अच्छा होगा। उन्होंने पंचायत द्वारा मागे गए आपातकालीन कोष की माग को भी पूरा करने की जानकारी दी। उन्होंने इसके लिए सभी स्थिति सामान्य रहा तो आगामी बजट में इसके लिए कोष आवंटित किया जाएगा।

कार्यक्त्रम में मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के द्वारा बनाए गए उत्पादों को बेचने के लिए 'स्वयं सिक्किम' ई-मार्केटिंग एप लोकार्पण किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न ग्राम पंचायत इकाइयों को राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया। राच्य और राष्ट्रीय अवार्ड कुल 70 ग्राम पंचायत और जिला पंचायत इकाइयों को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में जिला तथा ग्राम पंचायत सदस्यों ने संबोधित किया। पंचायतों ने पंचायती राज तथा पंचायतों की समस्याओं को लेकर सरकार से विभिन्न माग और सरकार को सुझाव भी रखा है। इस अवसर पर पूर्व जिला के जिला पंचायत अध्यक्ष शमशेर राई ने जिला पंचायत और ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम और जिला पंचायत सदस्य जनता और सरकार बीच पुल का काम करते है। इसके लिए पंचायतों को सरकार के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने पंचायतों के लिए विभिन्न माग भी रखा है।अपने संबोधन में पश्चिम जिला के जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक गुरुंग ने पंचायत और ग्राम विकास विभाग बीच समन्वय न होने से पंचायतों को समस्या हो रही है कहा। उन्होंने कहा कि कतिपय काम ग्राम सभा में पास किए बिना ही एडीसी (विकास) के पास पहुंच रहे है, इससे जनता को नुकसान होगा। उन्होंने राच्य के पंचायतों के लिए सरकार पेंशन देने की प्रावधान करें। इसके साथ ही उपाध्यक्ष गुरुंग ने ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए पंचायत में दस-दस प्रतिशत बजट देने की माग की। अपने संबोधन में दक्षिण जिला पंचायत अध्यक्ष छिरिंग डोमा भूटिया ने राज्य की पंचायतों को मिलने वाली अनरेरियम में वृद्धि कर देने की माग की है। इसके साथ ही पोकलोक देंचोंग ग्राम पंचायत सभापति ग्याल्पो लेप्चा ने पंचायतों को स्वतंत्र काम करने अवसर प्रदान करने की दावी की। स्वागत संबोधन में ग्राम विकास विभाग के प्रधान सचिव सीएस राव ने राज्य में पंचायती राज अवस्था बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों में अवस्थित ग्राम पंचायत क्षेत्रों में ग्राम प्रशासनिक केंद्र भवन निर्माण करना आवश्यक।

कार्यक्त्रम के अवसर पर पंचायती राज संस्थान के पक्ष से मुख्यमंत्री को अभिनंदित किया गया। उल्लेख किया जाता है कि राज्य में वर्तमान समय 185 ग्राम पंचायत और 1 हजार 40 वार्ड है। इसमें 113 जिला पंचायत क्षेत्र रहे है। सिक्किम में पंचायत सम्मेलन विगत बहुत सालों से मनाया जाता आ रहा है।

कार्यक्त्रम का आयोजन ग्राम विकास विभाग के अधीनस्थ राज्य ग्रामीण विकास संस्थान तथा पंचायती राज द्वारा किया गया है। इस अवसर पर ग्राम विकास विभाग मंत्री सोनाम लामा, कैबिनेट मंत्री मंडल के सदस्य, जिला पंचायत और ग्राम पंचायत सदस्य मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जेकब खालिंग लगायत संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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फोटो 1- कार्यक्त्रम में दीप प्र“वलन करते हुए मुख्यमंत्री गोले और विभागीय प्रधान सचिव सीएस राव

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फोटो 2- उपस्थित पंचायतों को अभिवादन करते हुए मुख्यमंत्री गोले।


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