अब घर, कैफे, पार्क या किसी और जगह से परीक्षा नहीं दे पाएंगे परीक्षार्थी, एनबीयू हुआ सख्त
नाॅर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी के विभिन्न पाठ्यक्रमों के स्नातक द्वितीय चतुर्थ व छठे सेमेस्टर की परीक्षाओं के परीक्षार्थी अब घर या किसी कैफे या सड़क किनारे या पार्कों में बैठ कर खुलेआम नकल करते हुए परीक्षा नहीं दे पाएंगे। उन्हें अपने-अपने संबंधित कॉलेजों में जा कर ही परीक्षा देनी होगी।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। नाॅर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी (North Bengal University) अधीनस्थ कॉलेजों के विभिन्न पाठ्यक्रमों के स्नातक द्वितीय, चतुर्थ व छठे सेमेस्टर की परीक्षाओं के परीक्षार्थी अब घर या किसी कैफे या सड़क किनारे या पार्कों में बैठ कर खुलेआम नकल करते हुए परीक्षा नहीं दे पाएंगे। उन्हें अपने-अपने संबंधित कॉलेजों में जा कर ही परीक्षा देनी होगी। इसे लेकर एनबीयू प्रशासन सख्त हो गया है। इस बाबत एनबीयू के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. देवाशीष दत्ता की ओर से शुक्रवार (24 जून) को एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। इसके तहत यह कि अब द्वितीय, चतुर्थ व छठे सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को परीक्षा वाले दिनों में अपने-अपने संबंधित कॉलेजों में जा कर ही परीक्षा देनी होगी। परीक्षा के निर्धारित समय से आधे घंटे पूर्व अपने एडमिट कार्ड व उत्तर पुस्तिका के साथ उन्हें कॉलेज पहुंच जाना होगा। परीक्षार्थियों के अलावा उनके अन्य किसी भी संबंधित व्यक्ति को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। परीक्षार्थी कॉलेज परिसर अथवा कॉलेज प्रशासन द्वारा मुहैया कराए गए कक्ष में ही उत्तर पुस्तिकाएं लिखेंगे। हालांकि, इस दौरान कहीं कोई परीक्षा निरीक्षक नियुक्त नहीं रहेगा। मगर, परीक्षा पूरी नहीं होने तक परीक्षार्थी कॉलेज कैंपस से बाहर नहीं जा पाएंगे। परीक्षा पूरी हो जाने के बाद ही वे अपनी उत्तर पुस्तिका जमा करके बाहर जा पाएंगे। आगामी 28 जून से आगे की समस्त परीक्षाओं के लिए यह नया फरमान प्रभावी होगा।
उल्लेखनीय है कि गत 22 जून से द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हुई हैं। इस बार ये परीक्षाएं हाइब्रिड मोड में आयोजित हो रही हैं। मतलब, आधी ऑनलाइन व आधी ऑफलाइन। इसके तहत यह था कि परीक्षा वाले दिनों में परीक्षा के निर्धारित समय से 15 मिनट पूर्व एनबीयू की वेबसाइट से प्रश्नपत्र डाउनलोड कर विद्यार्थी अपनी उत्तर पुस्तिकाएं दो घंटे के अंदर लिख कर उसके बाद अगले दो घंटे के अंदर उसे अपने-अपने संबंधित कॉलेज में जमा करें। इसके तहत अब तक यह हो रहा था कि परीक्षा वाले दिनों में परीक्षार्थी अपनी परीक्षा के निर्धारित समय से 15 मिनट पूर्व नाॅर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से प्रश्नपत्र डाउनलोड करते थे। फिर वे अपने घर अथवा किसी दोस्त-रिश्तेदार के घर या फिर किसी कैफे व पार्क आदि कहीं भी बैठ कर खुलेआम किताबें खोल कर व इंटरनेट का सहारा लेकर उत्तर पुस्तिकाएं लिख रहे थे। कई जगह परीक्षार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावक व मित्र आदि भी परीक्षा में उनका सहयोग करते यहां तक कि उनकी उत्तर पुस्तिकाएं लिखते भी नजर आए। इसे लेकर एनबीयू की परीक्षा व्यवस्था की खूब किरकिरी हुई। इस पर जब मीडिया ने सवाल उठाया तो एनबीयू प्रशासन को होश आया और उसने उपरोक्त नया फरमान जारी किया है।
गौरतलब है कि उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले यह सूचना जारी की थी कि इस बार की इवेन सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑफलाइन आयोजित होंगी। मगर, विद्यार्थियों की ओर से इसका विरोध किया गया।विद्यार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा की मांग की और इसे लेकर आंदोलन छेड़ दिया। इसके मद्देनजर प्रशासन को अपना फैसला बदलना पड़ा। उसी के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में परीक्षा हो रहे हैं। इस बाबत एनबीयू प्रशासन ने पहले से ही यह भी स्पष्ट कर रखा है कि यह ब्लेंडेड मोड परीक्षा की व्यवस्था केवल मात्र इस बार के लिए ही है। आगे से सारी परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी। बता दें कि गत 22 जून से शुरू हुई द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं आगामी 29 जून को संपन्न होंगी। वहीं, फाइनल छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं चार जुलाई से शुरू होकर आठ जुलाई को संपन्न होंगी।