अब तीसरी आंख की निगरानी में रहेंगे बंगाल सफारी के जानवर
तेंदुआ के भागने की घटना के बाद बंगाल सफारी पार्क की व्यवस्था व सुरक्षा में सुधार किए जाएंगे। राज्य के वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने प्रेस कांफ्रेंस कर घोषणा की।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 09:49 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 09:49 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल पार्क बंगाल सफारी से अब दोबारा और कोई जानवर बाहर न भागने पाए, इसका खास ख्याल रखा जाएगा। जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा भी अन्य आवश्यक उपाय किए जाएंगे। राज्य के वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने बंगाल सफारी में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर यह बात कही।
उन्होंने बताया कि बंगाल सफारी में अब पावर फेंसिंग को और उन्नत व मजबूत किया जाएगा। फेंसिंग के आसपास के सभी पेड़ों की डालियों को काटा जाएगा, ताकि उसके सहारे पेड़ पर चढ़ कर तेंदुआ आदि बाहर भागने न पाए। मानव संसाधन की कमी को भी दूर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि केवल बंगाल सफारी के लिए नए सिरे से एक रेंजर, दो फॉरेस्टर व 10 फॉरेस्ट गार्ड नियुक्ति की कवायद पूरी हो गई है। जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। यहां के लिए स्थायी निदेशक की व्यवस्था पर भी विचार किया जाएगा।
गत एक जनवरी को लेपर्ड सफारी एंक्लोजर (सुरक्षित) एरिया से भागे तेंदुआ सचिन के बीते शुक्रवार चार जनवरी को खुद ही लौट आने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि वह खुद ही लौट आया। कहीं भी उसने कुछ नुकसान नहीं पहुंचाया। इस भागने व लौटने में वह खुद ही थोड़ा घायल हुआ है। उसके दाएं पांव में कटे का निशान है। एक आंख के नीचे व सामने चेहरे पर भी थोड़ा कटा का निशान है। उसकी चिकित्सा की जा रही है। जल्द ही वह स्वस्थ व सामान्य हो जाएगा। उसके बाद उसे हम लोग वापस लेपर्ड सफारी में छोड़ देंगे। तब लोग फिर से सफारी में उसे देख सकेंगे। शनिवार से बंगाल सफारी पूरी तरह खुल गया। लेपर्ड सफारी में फिलहाल शीतल व काजल तेंदुआ को ही रखा गया है।
उन्होंने बताया कि बंगाल सफारी में अब पावर फेंसिंग को और उन्नत व मजबूत किया जाएगा। फेंसिंग के आसपास के सभी पेड़ों की डालियों को काटा जाएगा, ताकि उसके सहारे पेड़ पर चढ़ कर तेंदुआ आदि बाहर भागने न पाए। मानव संसाधन की कमी को भी दूर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि केवल बंगाल सफारी के लिए नए सिरे से एक रेंजर, दो फॉरेस्टर व 10 फॉरेस्ट गार्ड नियुक्ति की कवायद पूरी हो गई है। जल्द ही नियुक्तियां की जाएंगी। यहां के लिए स्थायी निदेशक की व्यवस्था पर भी विचार किया जाएगा।
गत एक जनवरी को लेपर्ड सफारी एंक्लोजर (सुरक्षित) एरिया से भागे तेंदुआ सचिन के बीते शुक्रवार चार जनवरी को खुद ही लौट आने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि वह खुद ही लौट आया। कहीं भी उसने कुछ नुकसान नहीं पहुंचाया। इस भागने व लौटने में वह खुद ही थोड़ा घायल हुआ है। उसके दाएं पांव में कटे का निशान है। एक आंख के नीचे व सामने चेहरे पर भी थोड़ा कटा का निशान है। उसकी चिकित्सा की जा रही है। जल्द ही वह स्वस्थ व सामान्य हो जाएगा। उसके बाद उसे हम लोग वापस लेपर्ड सफारी में छोड़ देंगे। तब लोग फिर से सफारी में उसे देख सकेंगे। शनिवार से बंगाल सफारी पूरी तरह खुल गया। लेपर्ड सफारी में फिलहाल शीतल व काजल तेंदुआ को ही रखा गया है।
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