दीदीर दूत को मंजूर नहीं दादार अनुगामी
राजनीतिक पार -जिला तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने खोला मोर्चा -सुवेंदू समर्थकों की किसी भी
राजनीतिक पार
-जिला तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने खोला मोर्चा
-सुवेंदू समर्थकों की किसी भी हाल में एंट्री नहीं
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : मुकुल रॉय के भाजपा छोड़ कर तृणमूल काग्रेस में वापस आने को ले तृणमूल काग्रेस में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। ऊपर से लेकर नीचे तक विरोध के स्वर उठने लगे हैं। मुकुल रॉय को तो खैर किसी तरह तृणमूल नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने स्वीकार भी लिया है पर सुवेंदू अधिकारी व उनके समर्थकों को लेकर वे पूरी तरह मुखर हो उठे हैं। आलम यह है कि दीदीर दूत (ममता बनर्जी के समर्थकों) को किसी भी कीमत पर दादार अनुगामी (सुवेंदु अधिकारी समर्थकों) की घर वापसी मंजूर नहीं है। इसे लेकर तृणमूल काग्रेस नेता, कार्यकर्ता व समर्थक तरह-तरह से विरोध जता रहे हैं। इस मामले में सिलीगुड़ी समेत दाíजलिंग जिला भी अछूता नहीं है।
इस बारे में दाíजलिंग जिला तृणमूल युवा काग्रेस अध्यक्ष कुंतल रॉय का कहना है कि नजर रखना होगा कि सुवेंदू के साथ भाजपा में गए बेईमान लोग मुकुल रॉय के समर्थक हो कर वापस न आएं। उनकी इस बात पर तृणमूल काग्रेस के विशेषकर तृणमूल युवा काग्रेस के अधिकाश नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने समर्थन जताया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में बीते विधानसभा चुनाव में जब तृणमूल काग्रेस के कई नेता, विधायक, व मंत्री भाजपा में गए थे तब यहा सिलीगुड़ी में भी तृणमूल काग्रेस विरोधी एक लहर बनाने की कोशिश की गई थी। इतना ही नहीं तृणमूल काग्रेस के तब के प्रभावशाली नेता व राज्य सरकार में मंत्री रहे सुवेंदु अधिकारी के भाजपा में जाने की सुगबुगाहटों के बीच व फिर बाद में भी, यहा भी जगह-जगह आमरा दादार अनुगामी (हम लोग दादा के समर्थक) के पोस्टर लगाए गए थे, जिस पर खूब बवाल हुआ था। उस समय ऐसे पोस्टर लगाने वालों और खुद को दादार अनुगामी बताने वालों को तृणमूल काग्रेस के नेता, कार्यकर्ता, व समर्थक चिन्हित किए बैठे हैं। उनके प्रति उनका गुस्सा अभी भी कम नहीं हुआ है। वह मुद्दा अब फिर से गरमा गया है।
गत विधानसभा चुनाव के दौरान ही तृणमूल काग्रेस छोड़कर भाजपा में गए तृणमूल काग्रेस नेता व राज्य सरकार में तब मंत्री रहे राजीव बनर्जी द्वारा अब पुन: तृणमूल काग्रेस में घर वापसी की जुगत लगाई जा रही है। इस मामले में सुवेंदू अधिकारी का तो फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं है लेकिन उनके अनेक समर्थक जो उनके साथ तृणमूल काग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे अब पुन: घर वापसी करना चाह रहे हैं। पर, जगह-जगह इसका विरोध शुरू हो गया है। तृणमूल काग्रेस के नेता, कार्यकर्ता व समर्थक दलबदलुओं को मीर जाफर और गद्दार की संज्ञा दे कर अपना विरोध जताने लगे हैं कि उन लोगों की किसी भी कीमत पर घर वापसी न की जाए।