अब पूर्ण समन्वय के साथ होगा कोविड-19 से मुकाबला व समाज सेवा
-सिलीगुड़ी फूलबाड़ी व डाबग्राम इलाके में 110 समाज सेवी संस्थाएं परस्पर समन्वय के साथ करेंगी काम
-सिलीगुड़ी, फूलबाड़ी व डाबग्राम इलाके में 110 समाज सेवी संस्थाएं परस्पर समन्वय के साथ करेंगी काम
-समाज सेवा के साथ-साथ कोविड-19 से मुकाबले में शासन प्रशासन व पुलिस का भी करेंगी सहयोग
-कहीं बाहर से आने वालों पर रखी जाएगी नजर, सुनिश्चित किया जाएगा क्वारंटाइन
-कंचनजंघा स्टेडियम में बनाया गया अस्थाई कार्यालय, परस्पर समन्वय के लिए व्हाट्सएप ग्रुप भी बना जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा है की सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र, सिलीगुड़ी महकमा क्षेत्र व डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में अब पूर्ण समन्वय के साथ कोविड-19 का मुकाबला किया जाएगा। इसमें शासन, प्रशासन, पुलिस व समाजसेवी संस्थाओं का पूर्ण समन्वय होगा।
वह बुधवार शाम मैनाक टूरिस्ट लॉज में समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों संग बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 110 एनजीओ व समाजसेवी संस्थाओं का पूर्ण समन्वय रहेगा। इसके प्रतिनिधि अपने-अपने इलाके में जहा परस्पर समन्वय के साथ समाज सेवा को अंजाम देंगे वहीं कोविड-19 से मुकाबले में भी शासन प्रशासन व पुलिस का सहयोग करेंगे। इसके लिए तीन लोगों को संयोजक बनाया गया है। कंचनजंघा स्टेडियम में फिलहाल इसका अस्थाई कार्यालय होगा। वहीं, परस्पर समन्वय हेतु एक व्हाट्सएप ग्रुप भी तैयार किया गया है।
मंत्री ने कहा कि ये समाजसेवी संस्थाएं से न सिर्फ लोगों तक सुरक्षित रूप में समाज सेवा के कार्यो को अंजाम देंगी बल्कि कोविड-19 से मुकाबले में भी प्रशासन व पुलिस का भरपूर सहयोग करेंगी। कहीं बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी व सही-सही क्वारंटाइन हो रहा है या नहीं उसके बारे में प्रशासन व पुलिस को जानकारी भी प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी एक अति संवेदनशील क्षेत्र है। यहा पूरे देश भर से लोगों का आना जाना लगा रहता है। इसलिए यहा विशेष निगरानी बरती जानी बहुत जरूरी है। अब केंद्र व राज्य सरकार ने भी लॉकडाउन में बहुत से छूट दी है। मगर, कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। इसीलिए सुरक्षा के पूरे उपायों के प्रति सतर्क रहना बहुत बहुत आवश्यक है। उन्होंने आम लोगों से भी इस दिशा में सजग रहने की अपील की है। कहा कि, रोजी-रोटी के लिए काम काज भी जरूरी है लेकिन कोरोना को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसलिए पूर्ण सुरक्षात्मक उपायों के मद्देनजर वह पूरी सजगता के साथ ही रोजी रोटी के भी कामकाज अंजाम दिया जाएं।