लॉक डाउन व कोरोना में लापरवाही पड़ेगी महंगी : अशोक
-खुद बचकर रहें और दूसरों को बचाने का करें प्रयास -सीमित संशाधन में हर प्रकार से तैयार
-खुद बचकर रहें और दूसरों को बचाने का करें प्रयास
-सीमित संशाधन में हर प्रकार से तैयार है निगम
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: कोरोना वायरस की महामारी के बीच लॉक डाउन में लापरवाही लोगों को मंहगी पड़ सकती है। रोज नये मामले सामने आ रहे है। इसको लेकर लोगों को जहां सतर्क रहता है वहीं दूसरे को भी सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित करना है। यह कहना है सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक व विधायक अशोक नारायण भट्टाचार्य का। उन्होंने बताया कि नगर निगम अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से हर प्रकार की मदद कर रहा है। नगर निगम को अधिकार मिले है कि उनके क्षेत्र में अगर कोई कोरोना संक्रमित होता है तो उस वार्ड को संरक्षित करते हुए वहां सैनिटाइज की व्यवस्था करना। कोई भी अगर संदिग्ध पाया जाता है तो उसकी जानकारी देते हुए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की मदद से उसकी जांच कराना। भट्टाचार्य ने चिंता व्यक्त किया कि इन दिनों जिन लोगों का लार जांच के लिए नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज जा रहा है उसका रिपोर्ट जल्द नहीं आ रहा है। जब तक रिपोर्ट नहीं आ रहा है वैसे लोग मस्ती से एक से दूसरे क्षेत्र में भ्रमण करते है जो खतरे की घंटी है। संक्रमित क्षेत्र में किसी को भी कोई आवश्यकता है उसे वार्ड कमेटी के माध्यम से मुहैया कराये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 4 में काफी राहत दी है। इसके साथ ही केंद्र ने जोन तय करने का अधिकार भी राज्यों को दे दिया है। राज्यों में केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी गाइडलाइन का पालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। यह लापरवाही कोरोना संक्रमण को पाव पसारने का मौका दे रही है। राज्य व केंद्र सरकार के गाइड लाइन का पालन हर हाल में होना चाहिए। शारीरिक दूरी व मास्क इन दोनों नियमों का उल्लंघन हो रहा है। बाजार में भी सामाजिक दूरी का नियम टूटने लगा है। हिदायत दी गई कि 65 साल से अधिक उम्र वालों को बाहर नहीं निकलना है, अनेक जगहों पर इस आयु के लोग भी अपने घरों से बाहर देखे गए हैं। यह सब ठीक नहीं है। इसे लोग मजाक में ना ले इसका रोकथाम जागरुकता से ही हो सकता हैऔर कोई दूसरा कोई मार्ग नहीं है।