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होली के पहले सक्रिय हुए शराब माफिया

-पड़ोसी राष्ट्र व राज्यों से ला रहे शराब जान कर अंजान बना आबकारी विभाग -टैक्स देकर लाइसे

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 07:20 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:27 AM (IST)
होली के पहले सक्रिय हुए शराब माफिया
होली के पहले सक्रिय हुए शराब माफिया

-पड़ोसी राष्ट्र व राज्यों से ला रहे शराब, जान कर अंजान बना आबकारी विभाग

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-टैक्स देकर लाइसेंस लेने वाले शराब दुकानदार परेशान

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : होली के त्योहार को लेकर शराब माफिया सक्रिय हो गए हैं। बड़े पैमाने पर पड़ोसी राज्य सिक्किम व पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से शराब तस्करी कर जिले में लाई गई है। होली पर शराब को गाव-गाव बिक्री के लिए बाटा जाना है। चूंकि होली के दिन सरकारी दुकानें बंद रहती हैं इसलिए लोग सिक्किम व नेपाल मार्का शराब का सेवन करते हैं। इसके अलावा अन्य दुकानें बंद होने के कारण शराब की माग भी अधिक रहती है। 10 मार्च को होली है। इसके अगले दिन दुल्हेंडी है। इस दौरान शराब का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। जबकि इन दो दिनों में शराब की सरकारी दुकानें बंद रहती हैं। इसलिए शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है। 25 से अधिक शराब माफिया सक्रिय हैं। इनके इशारे पर ट्रक व अन्य वाहनों से शराब लाई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जंगलों व गुप्त ठिकानों पर भारी मात्रा में शराब जमा की गई है। फिर शराब माफिया एजेंटों के माध्यम से शराब को ठिकाने लगाते हैं। गाव व कस्बों में भी अवैध शराब की काफी माग होती है। पुलिस ने बड़े पैमाने पर अवैध शराब पकड़ी भी थी, जिसे होली पर इस्तेमाल किया जाना था। जंगलों में अवैध शराब की भट्ठिया धधकती हैं। पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से इस पर भी नहीं रोक लग पा रही है। दार्जिलिंग जिला के नक्सलनबाड़ी, खोरीबाड़ी, फांसीदेवा तथा बिहार सीमांत विधाननगर क्षेत्र में शराब माफिया द्वारा नकली शराब भी धड़ल्ले से तैयार किए जा रहे है। इसके सेवन से लगातार शराबियों के जीवन का खतरा बढ़ने की आशंका बनी रहती है। आबकारी विभाग द्वारा इसके खिलाफ कार्रवाई करने पर उनकी टीम पर हमला से वे डरे और सहमे हुए है। शराब माफियों की कारगुजारी से लाइसेंसी शराब बिक्रेताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


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