नेताजी ने मातृभूमि के लिए बहुत कार्य किया है : ममता बनर्जी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंस्टीट्यूट का अपने कर्सियांग दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निरीक्षण किया।
कैचवर्ड : दीदी का पहाड़ दौरा
-------------------
सबहेड
-----------
-नेताजी इंस्टीट्यूट फॉर एशियन स्टडीज के विकास कार्यो का सीएम ने लिया जायजा
----
क्राशर
----------------
-इसी स्थान पर नेताजी को अंग्रेजों ने नजर बंद करके रखा था दो वर्षो तक
-जर्जर हो चले इस भवन को विकसित कराने का निर्णय सरकार ने लिया
जागरण संवाददाता, कर्सियाग : अपने कर्सियांग दौरे के दूसरे दिन गुरुवार की दोपहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गिद्धा पहाड़ स्थित नेताजी इंस्टीट्यूट फॉर एशियन स्टडीज का दौरा कर वहां किए गए विकास कार्यो का जायजा लिया।
इतना ही नहीं उन्होंने नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर सीएम ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए कहाकि नेताजी ने मातृभूमि और देश के लिए बहुत कुछ किया है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि इस स्थान पर नेताजी को अंग्रेजों ने दो वर्ष तक नजरबंद करके रखा था। यह भवन काफी जर्जर हो गया था। वर्ष 2017 में इस हेरिटेज भवन को पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से विकसित करने का कार्य किया गया। पुराने फर्नीचर व कागजात को वैसे ही रखकर इस भवन को नए तरीके से तैयार कराया गया। यह प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थल है। आइएनए की गठन से लेकर जयहिंद का स्लोगन भी उन्होंने ही दिया था। हम सभी जानते हैं कि नेताजी का जन्म 23 जनवरी को हुआ था, परंतु आजतक उनके भविष्य के बारे में हमें कुछ पता नहीं है। दार्जिलिंग में नेताजी ने काफी समय व्यतीत किए थे। गोरखा सैनिकों से उनके काफी अच्छे सम्बन्ध थे। 23 जनवरी के दिन नेताजी का जन्मदिन कई मैंने पहाड़ पर मनाया। यहा कराए गए कार्यो को देखने के लिए ही मैं आज यहां आई हूं। यहां से वे गुरुवार की सायं चार बजे सिलीगुड़ी प्रस्थान कर गई।
20 लाख रुपये किए गए खर्च :
इस इंस्टीट्यूट के प्रभारी गणेश प्रधान ने बताया कि बंगाल सरकार की ओर से 2017 और 2018 में 20 लाख रुपये इस इंस्टीट्यूट को विकसित करने के लिए दिए गए। उसी राशि से इस इंस्टीट्यूट को विकसित करने का कार्य किया।