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चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दैनिक मजदूरी कम से कम 500 रुपये हो

उत्तर बंगाल चाय मजदूर अधिकार मंच ने चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दैनिक मजदूरी कम से कम 500 रुपये किए जाने की मांग की है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 16 Aug 2018 12:58 PM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 12:58 PM (IST)
चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दैनिक मजदूरी कम से कम 500 रुपये हो

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। उत्तर बंगाल चाय मजदूर अधिकार मंच ने चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दैनिक मजदूरी कम से कम 500 रुपये किए जाने की मांग की है।

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सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में इस मंच के अध्यक्ष जॉन जी एक्का ने कहा कि अब तक चल रही दैनिक मजदूरी 159 रुपये व प्रस्तावित वृद्धि के साथ 172 रुपये हमें मंजूर नहीं। इससे श्रमिकों का गुजारा नहीं होने वाला। नकद कम से कम 269 रुपये व अन्य आवश्यक रूप में कुल मिला कर दैनिक मजदूरी कम से कम 500 रुपये होनी चाहिए।

आदिवासी जनशक्ति मोर्चा (एजेएम) की ओर से जेरोम लकड़ा ने भी इस मांग का समर्थन किया है। वहीं, ट्राइब राइट्स प्रोटेक्शन सेल (टीआरपीसी) ने भी इस मांग को अपना समर्थन दिया है। इस मांग पर अविलंब अमल नहीं होने पर इन संगठनों ने जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है। 

श्रमिकों के साथ अन्याय कर रही है सरकार

दार्जिलिंग जिला सीटू की ओर से रात जागो धरना कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इसको संबोधित करते हुए जीवेश सरकार ने कहा कि राज्य सरकार चाय श्रमिकों के साथ अन्याय कर रही है। तीन सालों से लगातार चाय श्रमिक न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार इसकी पूर्ति को लेकर आनाकानी कर रही है।

सीटू नेता समन पाठक ने कहा कि चाय श्रमिकों के साथ न्याय नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। सीटू नेता गौतम घोष ने कहा कि 16 और 20 अगस्त को अगर चाय श्रमिकों की मांग को नहीं मानी गई तो व्यापक आंदोलन होगा। महकमा सभाधिपति तापस सरकार और विधायक अशोक नारायण भट्टाचार्य ने भी सरकार को जमकर कोसा। 


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