केंद्र के साथ ममता सरकार पर भी बरसे सलीम
-हार के डर से चुनाव नहीं करा रही हैं सीएम -हिंदी भाषियों के साथ दोयम दर्जे को हो रह
-हार के डर से चुनाव नहीं करा रही हैं सीएम
-हिंदी भाषियों के साथ दोयम दर्जे को हो रहा व्यवहार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: विधानसभा चुनाव सामने देख कर इन दिनों राज्य सरकार लोगों को वोट पट्टा दे रही है। पट्टा ऐसा जिससे ना तो बैंक लोन मिल पाएगा और ना ही उस पर कोई घर बन पाएगा। केंद्र में मोदी और राज्य में ममता की जनविरोधी सरकार चल रही है। यह कहना है माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य व पूर्व सासद मोहम्मद सलीम का। वह शनिवार को न्यू जलपाईगुड़ी के तीनबत्ती मोड़ में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। मोहम्मद सलीम ने कहा कि जो सरकार किसानों के आदोलन को गंभीरता पूर्वक नहीं ले रही है,उस सरकार से जनता क्या उम्मीद लगा सकती है। राज्य सरकार का भी यही हाल है। सलीम ने तृणमूल को जाने वाली सरकार बताया। उन्होंने कहा भाजपा और तृणमूल धाíमक उन्माद फैलाकर वोट बैंक की राजनीति कर रही है। लेकिन ये पोर्टियां इस मामले में कभी सफल नहीं हो पाएगी। माकपा और काग्रेस गठबंधन सरकार को बदल कर सत्ता पर काबिज होगी। माकपा के वरिष्ठ नेता अशोक नारायण भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल की सरकार 2011 में सत्ता में आने के बाद एक भी चुनाव नहीं हारी है,लेकिन आज वही पार्टी हार की डर से चुनाव नहीं करा रही है। ऐसा नहीं है तो महकमा परिषद, नगर निगम और दाíजलिंग में जीटीए चुनाव क्यों नहीं करवाती। डाबग्राम जोनल कमेटी के नेता दिलीप सिंह ने कहा कि आज जिस प्रकार हिंदी भाषियों को यह सरकार दोयम दर्जे का समझ रही है, वह ठीक नहीं है। हिंदी भाषी वोटरों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। जिसके खिलाफ लगातार माकपा आदोलनरत है। सभा को संबोधित करते हुए जीवेश सरकार ने कहा कि जिस प्रकार 2016 में अशोक नारायण भट्टाचार्य ने आदोलन और संगठन के बल पर चुनाव जीत कर दिखाया था उसी प्रकार 2021 में पूरे बंगाल में चुनाव जीत कर गठबंधन सत्ता में आएगी।