Move to Jagran APP

Mamata Banerjee in Darjeeling: सीएम ने कहा, पहले दार्जिलिंग को सेटल करो, उसके बाद मैं सब देख लूंगी

Mamata Banerjee in Darjeeling. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि पहले दार्जिलिंग को सेटल करो उसके बाद मैं देखूंगी।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 23 Oct 2019 07:19 PM (IST)Updated: Thu, 24 Oct 2019 01:09 PM (IST)
Mamata Banerjee in Darjeeling: सीएम ने कहा, पहले दार्जिलिंग को सेटल करो, उसके बाद मैं सब देख लूंगी
Mamata Banerjee in Darjeeling: सीएम ने कहा, पहले दार्जिलिंग को सेटल करो, उसके बाद मैं सब देख लूंगी

जागरण संवाददाता, कर्सियांग। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कर्सियांग दौरे के दौरान बुधवार दोपहर कर्सियांग के नया बाजार क्षेत्र स्थित टाउन सार्वजनिक भवन में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें कर्सियांग, कालिम्पोंग, दार्जिलिंग व मिरिक क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारियों समेत राज्यसभा सदस्य शांता क्षेत्री, कई विभाग के मंत्रियों, बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (बीओए ) के कार्यवाहक अध्यक्ष अनित थापा, बीओए के पूर्व अध्यक्ष विनय तामंग, बीओए सदस्य क्रमश: जैतून निशा, अणु प्रधान,कर्सियांग के विधायक डॉ. रोहित शर्मा आदि मौजूद रहे। बैठक में दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र के विविध इलाकों में चल रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से प्राप्त की। उन्होंने कहा कि मैं तीन सीट के लिए आपके साथ हूं। आप अच्छा रहें तो, हम खुश रहूंगी ।

loksabha election banner

एनसीआर से डरे नही हर भाई साथ रहे 

एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण) से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। यहां रहने वाला हर भाई एक साथ रहें। हम किसी को हटाना नहीं चाहते। मैं रुपये नहीं दे सकती, परंतु दिल दे सकती हूं। उन्होंने दार्जिलिंग में देशी -विदेशी पर्यटकों के आगमन को ध्यान में रखकर विशेष रूप से दार्जिलिंग नगरपालिका क्षेत्र के रास्ते को दुरुस्त रखने, सफाई पर विशेष ध्यान देने व दार्जिलिंग को प्रदूषण मुक्त बनाने, सीवर लाइन को व्यवस्थित करने, सड़क किनारे की पेयजल पानी लाइन को दुरुस्त करने व स्ट्रीट लाइटों को व्यवस्थित करने के सिलसिले में कड़े निर्देश दिए।

कालिम्पोंग के लाभा व लोले पर्यटन स्थल को विकसित करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि यदि इन पर्यटन स्थलों को विकसित कर दिया जाए तो कालिम्पोंग पर्यटन के क्षेत्र में अपने आप विकसित हो जाएगा। इसी प्रकार मिरिक में निर्मित काटेज व यहां की झील को तीन महीने के अंदर सुव्यवस्थित करने की हिदायत भी उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दी। कर्सियांग महकमें के जोगीघाट में निर्मित किए जाने वाले ग्रीन हिल विश्वविद्यालय पर विशेष रूपसे ध्यान देकर इसे पूरा कराने ,कर्सियांग में मेडिकल कालेज व अस्पताल निर्माण करने के लिए चिन्हित किए गए जगह पर इसका निर्माण कराने, समेत कई अन्य विषयों पर भी मुख्यमंत्री ने बैठक में विभागीय अधिकारियों से विस्तार के साथ चर्चा की।

विकास कार्यों पर नजर रखें विनय और अनित थापा

दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में रहे अधूरे पड़े विकास कार्यों को 20 जनवरी. 2020 तक पूरा करने के निर्देश भी उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने इस बारे में विशेष रूपसे बीओए कार्यवाहक अध्यक्ष अनित थापा व विनय तामंग से ध्यान देने की बात कही। दार्जिलिंग,कालिम्पोंग,कर्सियांग व मिरिक क्षेत्र के विकासमूलक कार्यों पर विशेष रूप से निगरानी रखने की अपील अमर सिंह राई से किया। दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में गठित विविध विकास बोर्डों को दी गई राशि से कितने मकानों का निर्माण हुआ, कितने मकानों के लिए राशि आवंटित की गई, और कितने मकानों का निर्माण अब तक अधूरा है, इसका सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश सीएम ने विभागीय अधिकारियों को दिए।

दीपावली पूर्व बोनस दिलाएं अधिकारी 

चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों को 20 प्रतिशत बोनस देने पर कोलकाता में आयोजित सभा में सहमति बनी थी। 12 प्रतिशत दीपावली के पूर्व व बकाया आठ प्रतिशत बोनस नवंबर में आयोजित एक सभा के बाद। परंतु मुख्यमंत्री ने आठ प्रतिशत बोनस भी दीपावली के पूर्व ही दिलाने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों से प्रयास करने को बोला।

कर्सियांग के डावहिल स्कूल को अपग्रेड कर 12वीं कक्षा तक बनाने का आश्वासन भी उन्होंने दिया। बीओए कार्यवाहक अध्यक्ष अनित थापा ने बैठक में मुख्यमंत्री से दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में वर्ष 1986 से लगातार बेरोजगारी में हो रही वृद्धि की समस्या का समाधान करने व शिक्षकों की नियुक्ति के लिए दार्जिलिंग में क्षेत्रीय स्कूल सर्विस कमीशन को लागू करने की मांग पेश की। जिस पर सीएम ने कहा कि पहले दार्जिलिंग को सेटल करो, उसके बाद मैं देखूंगी। कर्सियांग के विधायक डा. रोहित शर्मा ने जीटीए में कार्यरत ए व बी ग्रेड के कर्मचारियों को कई सहूलियतों से वंचित होने की बात कही, जिसके जवाब में तृकां सुप्रीमों ने कहाकि पहले दार्जिलिंग को शांत करें, दार्जिलिंग को सेटल करें,उसके बाद इसको मैं देखूंगी। इस मौके परं दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र में आइटी सेक्टर, पर्यटन, होमस्टे आदि को विकसित करने, यहां उत्पादित अदरक,फूल झाड़ू़, आर्किड फूल आदि को वाणिज्यिक क्षेत्र में विकसित करने पर भी बैठक में चर्चा की गई।

दार्जिलिंग के नाम पर बेची जा रही है नेपाल की चाय 

चाय उद्योग के विकास के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल नेपाल की चाय दार्जिलिंग चाय के नाम से बेची जा रही है। ऐसे तो नेपाल दोस्त है, दुश्मन नहीं है। परंतु दार्जिलिंग चाय के नाम पर नेपाल की चाय में लेबल लगाने के प्रक्रिया पर हम कतई कम्प्रोमाइज नहीं करेंगे। बैठक में सीएम ने विकास कार्यों में होने वाले विलंब के बारे में विभागीय अधिकारियों से जवाब भी मांगे। बैठक बाद मुख्यमंत्री कर्सियांग के डावहिल स्थित प्रेसीडेंसी कालेज के भ्रमण पर निकल गई।

प्रात: भ्रमण भी किया 

गिद्धा पहाड़ स्थित सर्किट हाउस से मुख्यमंत्री सुबह टहलने के लिए महानदी क्षेत्र गई थीं। बैठक के दौरान सार्वजनिक भवन व कर्सियांग मोटर स्टैंड क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। सूत्रों के अनुसार डावहिल भ्रमण के बाद मुख्यमंत्री सीधे सर्किट हाउस रात्रि विश्राम के लिए पहुंची। 

बंगाल की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.